Edited By Ishika Jain, Updated: 17 Jan, 2025 06:38 PM
बारां जिले के मांगरोल तहसील के ग्राम सौंखन्दा निवासी रघुवीर बैरागी और धनराज बैरागी न्याय की आस में काफी समय से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के चक्कर लगाता थक हार गया हैं। ऐसे में पीड़ित किसान ने कोटा में लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला से भेंट कर अपनी व्यथा...
बारां। बारां जिले के मांगरोल तहसील के ग्राम सौंखन्दा निवासी रघुवीर बैरागी और धनराज बैरागी न्याय की आस में काफी समय से जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के चक्कर लगाता थक हार गया हैं। ऐसे में पीड़ित किसान ने कोटा में लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला से भेंट कर अपनी व्यथा बयां की। पीड़ित का कहना है कि यदि जिला प्रशासन ने 19 जनवरी तक कब्जा नहीं दिलाया तो पीडित संभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने अनशन पर बैठकर आत्महत्या करने पर मजबूर होगा।
पीडित का कहना है कि कई बार जिला कलेक्टर की चौखट पर चक्कर लगाते हैं तो कभी जिला पुलिस अधीक्षक के वहा, लेकिन पीडितों को न्याय नहीं मिला। पीडित यहां तक संभागीय आयुक्त, कमिश्नर से भी मिला, लेकिन यहां पीडितों की न्याय की आस नहीं बंधी। पीडित रघुवीर बैरागी कोटा पहुंचकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिले। बिरला से मिलकर पीडित को आस बंधी की अब न्याय जरूर मिलेगा। पीडित रघुवीर 30 वर्षों से भाजपा से भी जुडे हुए हैं। पीडित ने बिरला के सामने समस्या का समाधान नहीं होने पर मृत्यु इच्छा जाहिर की।
बता दें कि पीडित ने पहले सात दिन तक संभागीय आयुक्त के सामने धरना दिया। बारां में भी जिला कलेक्ट्रेट में पीडित ने धरना दिया था। पीडित को समस्या का समाधान का आश्वासन देकर दोनों ही जगहों से उठा दिया जाता है, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। बैरागी ने बताया कि पीड़ित परिवार के पास स्टे एसडीएम कोर्ट से मिला है। सेशन 2 से रिसवरी मुक्त की गई है। उसके बाद जमीन खाली पड़ी हुई है। पीडितों ने एक बार फिर जिला प्रशासन से कब्जा दिलाने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि पीड़ित परिवार को 19 जनवरी तक कब्जा नहीं दिलाया तो पीडित संभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने अनशन पर बैठकर आत्महत्या करने पर मजबूर होगा।