Edited By Chandra Prakash, Updated: 18 Jul, 2025 11:03 AM

पुलिस की ट्रेनिंग लेने के बाद पुलिस बड़े में सम्मिलित होने के दौरान "सर्विस ओथ" ली जाती है। जिसमे कानून के प्रति निष्ठा, कर्तव्यपरायणता और ईमानदारी की शपथ दिलाई जाती है। इसके अलावा पुलिस का आदर्श वाक्य "सेवा, सुरक्षा, न्याय" को जीवन मे धारण करने...
जोधपुर, 18 जुलाई 2025 । पुलिस की ट्रेनिंग लेने के बाद पुलिस बड़े में सम्मिलित होने के दौरान "सर्विस ओथ" ली जाती है। जिसमे कानून के प्रति निष्ठा, कर्तव्यपरायणता और ईमानदारी की शपथ दिलाई जाती है। इसके अलावा पुलिस का आदर्श वाक्य "सेवा, सुरक्षा, न्याय" को जीवन मे धारण करने वाले पुलिस कांस्टेबल यदि एक सड़क छाप गुंडे, या लूटेरो जैसा व्यवहार करें तो वह न केवल वर्दी के साथ धोखा करता है बल्कि पूरे पुलिस बेड़े को शर्मसार कर देते है।
ऐसा ही एक मामला जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट से सामने आया है जहां कांनून के रखवालों ने दो व्यक्तियों को अपहरण कर उनके साथ लूट की घटना को अंजाम दिया है।
मामले में चार आरोपी पुलिसकर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है वही एक आरोपी ऋषभ जाट जो कि सरदारपुरा थाने में तैनात था उसकी तलाश जारी है। इसके अलावा एक प्राइवेट व्यक्ति की भी तलाश है जो इस घटना में इन आरोपियों के साथ था। आज पूलिस ने चारों आरोपियों को वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एव अपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट संख्या 3 के समक्ष पेश किया। जहां पुलिस द्वारा कोर्ट के समक्ष मामले में अग्रीम जांच के लिए आरोपियों को 7 दिवस के लिए पुलिस रिमांड पर सौपने की मांग की लेकिन कोर्ट सभी चारो आरोपियों को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर सौप दिया।
आपको बता दें कि रामदेव नगर, बनाड रोड निवासी दिलीप गौड़ ने महामन्दिर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वह 14 जुलाई को अपने मित्र रमेश शर्मा के साथ शॉपिंग के लिए मानजी का हत्था, पावटा स्थित रिलायंस ट्रेंड्स पर अपनी कार से गया था। वाहन पार्किंग के दौरान सफेद ब्रेज़ा गाड़ी में सवार कुछ पुलिसकर्मी, जिनमें से एक के बेज पर जगमाल नाम लिखा था, जबरदस्ती उसकी कार में घुस कर बैठ गए। शिकायतकर्ता दिलीप गौड़ के अनुसार इन पुलिसकर्मियों ने
उससे और उसके मित्र रमेश शर्मा से 50-50 हजार रुपए छीन लिए। फिर फोन करके माता का थान थाने का कैमरा बन्द करा दिया। इसके बाद दोनों को माता का थान थाने ले जाया गया जहां राकेश नाम का एक पुलिसकर्मी भी था। वहां आरोपी पुलिस वालों ने डरा धमका कर उसकी और उसके परिवार के लोगों की बैंक डिटेल ले ली।
आरोपी पुलिस कर्मियों ने झूठे मुकदमे में फसाने की धमकियां देते हुए रमेश शर्मा को भेज कर दिलीप गौड़ की पत्नी के एटीएम कार्ड से एक लाख रुपए निकलवा कर ले लिए। पुलिस वालों ने दिलीप का आईफोन पहले ही छीन कर अपने पास लिया हुआ था। उससे पासवर्ड लेकर उसकी क्रिप्टो करेंसी भी अपने परिचित के नाम ट्रांसफर करवा ली। इसके बाद पुलिस वालों ने कुछ कागजात पर उनसे हस्ताक्षर करवा के उनको छोड़ दिया। पुलिस वालों ने धमकाया कि यह बात अगर किसी को बताई तो झूठ मुकदमा में फसा देंगे। इस मामले में पुलिस ने आरोपी जगमाल जाट, राकेश जाट, नृसिंहराम जाट व लादूराम मेघवाल को गिरफ्तार किया। इसके बाद डीसीपी आलोक श्रीवास्तव ने सभी आरोपियों को निलंबित करने के आदेश जारी किए है।