Edited By Ishika Jain, Updated: 24 Feb, 2025 02:52 PM
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विप्र महासभा द्वारा मई में परशुराम जन्मोत्सव और जनवरी में प्रांतीय अधिवेशन में समाज से दहेज प्रथा और अन्य कुरीतियों को त्यागने के अपील से जागरूकता आ रही है और समाज के युवा व परिजन दहेज मुक्त विवाह कर एक अनुकरणीय कार्य कर रहे है।
विप्र महासभा द्वारा मई में परशुराम जन्मोत्सव और जनवरी में प्रांतीय अधिवेशन में समाज से दहेज प्रथा और अन्य कुरीतियों को त्यागने के अपील से जागरूकता आ रही है और समाज के युवा व परिजन दहेज मुक्त विवाह कर एक अनुकरणीय कार्य कर रहे है।
विप्र महासभा के संस्थापक सुनील उदेईया ने बताया कि जामडोली एसएचओ सतीश भारद्वाज द्वारा दहेज में आए 21 लाख रुपये और ज्वैलरी को लौटा कर एक बड़ा संदेश दिया है। वहीं दूसरी ओर सवाईमाधोपुर के खैरदा के सरकारी अध्यापक निशांत शर्मा द्वारा विवाह में एक रुपया और नारियल लेकर युवाओं के लिए मिसाल पेश की। ऐसे ही जैतपुरा चौमू के विकास शर्मा ने दहेज में आए पांच लाख रूपए और सामान लौटा कर श्रेष्ठ कार्य किया।
विप्र महासभा के संस्थापक सुनील उदेईया ने कहा कि समाज इनका बहुत बहुत अभिनंदन करता है। युवा वर्ग के आगे आकर दहेज नहीं लेने के संकल्प से ही ये कुरीतियाँ मिटेंगी, साथ ही दहेज मुक्त समाज बनेगा। समाज में रोटी और बेटी का रिश्ता मज़बूत करना होगा। साथ ही खाने और अन्य कार्यों में भी फ़िज़ूलखर्ची को भी कम किया जाए।
विप्र महासभा ने निर्णय लिया है कि समाज द्वारा भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर ऐसे वर वधू और परिजनों का अभिनंदन कर सम्मानित किया जाएगा। इसी तरह हाल ही में पीडब्ल्यूडी में एईएन कपिल मुद्गल ने भी एक रुपया नारियल लेकर विवाह कर मिसाल पेश की है।