Edited By Ishika Jain, Updated: 25 Apr, 2025 06:11 PM

भीषण गर्मी और हीटवेव के चलते जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग की स्टेट लेप्रोसी ऑफिसर एवं चिकित्सा विभाग की दौसा जिला प्रभारी अधिकारी डॉ. विजयलक्ष्मी गोदारा ने शुक्रवार को दौसा जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इससे...
दौसा। भीषण गर्मी और हीटवेव के चलते जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग की स्टेट लेप्रोसी ऑफिसर एवं चिकित्सा विभाग की दौसा जिला प्रभारी अधिकारी डॉ. विजयलक्ष्मी गोदारा ने शुक्रवार को दौसा जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इससे पहले 20 अप्रैल को उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण कर खामियों को चिन्हित किया था, जिनकी समीक्षा हेतु वह पुनः दौरे पर पहुंचीं।
निरिक्षण के दौरान डॉ. गोदारा ने वार्डों में मरीजों को दी जा रही मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। कई वार्डों में कूलर में पानी नहीं पाया गया, कहीं पंखे टूटे मिले तो कहीं एसी बंद स्थिति में थे। मेडिकल वार्ड में कूलर बिना पानी के गर्म हवा दे रहे थे, जिस पर उन्होंने तत्काल पानी भरवाया और चालू कर संतुष्टि जताई। उन्होंने निर्देश दिए कि खराब कूलरों को तुरंत बदला जाए ताकि मरीजों को गर्मी से राहत मिल सके। निरीक्षण के दौरान अस्पताल की लिफ्ट भी बंद मिली, जिस पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताते हुए इसकी जांच के निर्देश दिए। अस्पताल प्रशासन की ओर से लिफ्ट के बंद होने का कारण पार्ट्स की अनुपलब्धता बताया गया, जिसे अधिकारी ने सत्यापित करने की बात कही।
महिला चिकित्सालय वार्ड और कल्पना सीटी स्कैन रूम का निरीक्षण करते हुए डॉ. गोदारा ने पाया कि मरीज की जगह कंप्यूटर ऑपरेटर बेड पर लेटा मिला, जिस पर उन्होंने सख्त नाराजगी जाहिर की और कार्रवाई के संकेत दिए।
मीडिया से बात करते हुए डॉ. गोदारा ने बताया कि 20 अप्रैल को हुए निरीक्षण में जो खामियां मिली थीं, उन्हें सुधारने के निर्देश दिए गए थे। कई जगह व्यवस्थाएं सुधरी हैं, पर कुछ कमियां अब भी बरकरार हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि एसी, कूलर, पंखे और सफाई व्यवस्था की नियमित निगरानी की जाएगी और लापरवाही पर कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि ऑक्सीजन प्लांट चालू हालत में मिले हैं, पर लिफ्ट की स्थिति पर विस्तृत जांच की जाएगी।
डॉ. विजयलक्ष्मी गोदारा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अस्पताल में हीटवेव के दौरान कोई भी उपकरण बंद या खराब न मिले, जिससे मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। अस्पतालों की मॉनिटरिंग के लिए विभाग की ओर से प्रत्येक जिले में प्रवासी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जिनकी जिम्मेदारी नियमित निरीक्षण कर सुविधाओं को सुनिश्चित करना है।