Edited By Chandra Prakash, Updated: 21 Nov, 2024 05:35 PM
राजस्थान में 49 नगरीय निकायों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और इसे देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने इन निकायों में चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन निकायों में नगर निगम, नगर परिषद, और नगर पालिकाएं शामिल हैं । हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी...
जयपुर, 21 नवंबर 2024 । राजस्थान में 49 नगरीय निकायों का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और इसे देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने इन निकायों में चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इन निकायों में नगर निगम, नगर परिषद, और नगर पालिकाएं शामिल हैं । हालांकि राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों (डीईओ) को सात दिन के अंदर वोटर लिस्ट तैयार करने के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि राजस्थान की भजनलाल सरकार ने प्रदेश की जनता से स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ कराने की बजट में घोषणा की थी । लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को दिए गए निर्देश के बाद राजस्थान में निकाय चुनावों को लेकर खबरें सामने आई है कि यह चुनाव एक साथ नहीं होंगे । इस आदेश में आयोग ने 10 फीसदी अतिरिक्त कर्मचारियों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि उन्हें रिजर्व में रखा जा सके और जरूरत पड़ने पर इस कार्य में लगाया जा सके। इस सूची को निर्वाचन आयोग से नए सॉफ्टवेयर के जरिए तैयार करवाई जाएगी।
वहीं आपको ये भी बता दें कि दो महीने पहले निकाय चुनावों को लेकर राजस्थान के यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा का बड़ा बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि साल 2024 में जहां निकायों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है वहां चुनाव नहीं होंगे। साल 2025 में पूरे प्रदेश में एक साथ निकायों के इलेक्शन कराए जाएंगे। वहीं खर्रा के बयान के बाद ये भी संभावना लगाई गई थी कि जहां कार्यकाल खत्म होगा वहां अगले चुनाव तक प्रशासकों की नियुक्ति होगी। हालांकि, नवंबर में जिन 49 निकायों का कार्यकाल खत्म हुआ है, वहां ऐसी कोई नियुक्ति नहीं की गई है।
अब जिन निकायों का कार्यकाल खत्म हुआ, जिनमें चुनाव होने हैं, उन निकायों की बात कर लेते हैं । तो सबसे पहले नगर निगमों की बात की जाए तो पांच नगर निगम- बीकानेर, अलवर, भरतपुर, पाली और उदयपुर में निकाय चुनाव होने है । वहीं 20 ऐसे नगर परिषद है जिनका कार्यकाल खत्म हो चुका है, जिनमें श्रीगंगानगर, सिरोही, टोंक,सीकर, नीमकाथाना, डीडवाना, मकराना, फलौदी, जैसलमेर, झुंझुनूं,हनुमानगढ़,जालोर,बालोतरा, बाड़मेर, चित्तौड़गढ़,चूरू, भिवाड़ी, पुष्कर, बांसवाड़ा और ब्यावर शामिल है । अब अंतिम निकाय की बात करें तो 24 नगर पालिकाओं जिनमें राजगढ़, सूरतगढ़, नसीराबाद,थानागाजी, महवा, खाटूश्यामजी, माउंटआबू, पिंडवाड़ा, शिवगंज, बिसाऊ, पिलानी,सुमेरपुर, कानोढ़,प्रतापुर गढ़ी, निंबाहेड़ा, नाथद्वारा, आमेट, रूपवास, भीनमाल, कैथून, सांगोद, छबड़ा और मांगरोल शामिल है, इनमें चुनाव होने हैं ।
तो चलिए निकाय चुनाव के कुछ बिंदुओं की चर्चा कर लेते हैं
1. चुनाव की प्रक्रिया
इन 49 नगरीय निकायों में जल्द ही अधिसूचना जारी कर चुनाव की तारीखों की घोषणा की जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग इन चुनावों को पारदर्शिता और सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए पूरी तैयारी कर रहा है।
2. प्रभावित निकाय
कार्यकाल समाप्त होने वाले निकायों में बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों की नगरपालिकाएं शामिल हैं। इन निकायों में नई सरकार के गठन के लिए जनप्रतिनिधियों का चुनाव किया जाएगा।
3. आचार संहिता
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही इन निकाय क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी, जिससे प्रशासनिक पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।
वहीं चुनावों के दौरान आने वाली संभावित चुनौतियों को लेकर भी बात करें तो ठंड का मौसम और त्योहारी सीजन चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है। गौरतलब है कि राज्य सरकार और निर्वाचन आयोग मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि चुनाव शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और समय पर हों। नागरिकों को भी वोटिंग में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा । अब देखने वाली बात ये होगी कि इन 49 नगर निकायों का कार्यकाल तो समाप्त हो गया । ऐसे में निर्वाचन विभाग ने तय समय पर वोटिंग करवा पाता है या नहीं ये तो आने वाला समय ही बताएगा ।