Edited By Chandra Prakash, Updated: 11 Dec, 2024 09:05 PM
हवाला स्थित शिल्पग्राम में 21 से 31 दिसंबर तक 'शिल्पग्राम उत्सव' का आयोजन होगा, जिसमें देशभर की लोक संस्कृति और परंपराओं का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। 21 दिसंबर को राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े इसका उद्घाटन करेंगे। पहले दिन दोपहर 3 बजे...
उदयपुर,11 दिसंबर 2024 । हवाला स्थित शिल्पग्राम में 21 से 31 दिसंबर तक 'शिल्पग्राम उत्सव' का आयोजन होगा, जिसमें देशभर की लोक संस्कृति और परंपराओं का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। 21 दिसंबर को राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े इसका उद्घाटन करेंगे। पहले दिन दोपहर 3 बजे से प्रवेश नि:शुल्क रहेगा।
उत्सव के पहले दिन 'रिदम ऑफ इंडिया' में 50 वाद्य यंत्रों की सिम्फनी और 'कलर ऑफ इंडिया' में 14 राज्यों के 200 कलाकारों का कोरियोग्राफर नृत्य आकर्षण का केंद्र होगा। 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में 65 लोक कला दलों के 800 कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।
400 क्राफ्ट स्टॉल और 4 फूड जोन
मेले में 24 राज्यों के 800 शिल्पकार 400 क्राफ्ट स्टॉल्स पर अपने उत्पाद प्रदर्शित करेंगे। कारीगर सालावास की दरिया, कोटा डोरिया, लाख की चूड़ियां, कश्मीरी बुनाई और मोलेला की मिट्टी शिल्प का लाइव प्रदर्शन करेंगे। साथ ही, 12 राज्यों के व्यंजनों के लिए चार फूड जोन बनाए गए हैं।
लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
डॉ. कोमल कोठारी स्मृति लाइफटाइम अचीवमेंट लोक कला पुरस्कार महाराष्ट्र के कठपुतली कलाकार गणपत सखाराम मसगे और जयपुर के भवई कलाकार डॉ. रूपसिंह शेखावत को मिलेगा। दोनों को 2.51 लाख रुपये और रजत पट्टिका प्रदान की जाएगी।
अन्य आकर्षण
दिनभर मेले में बहरूपिया, कच्छी घोड़ी, मांगणियार, कालबेलिया, चकरी, और मशक वादन जैसे लोक कला प्रदर्शन होंगे। इस साल की थीम 'लोक के रंग-लोक के संग' रखी गई है।