Edited By Raunak Pareek, Updated: 11 Dec, 2024 02:55 PM
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की सुरक्षा में एक बार फिर सेंध लगी है। जयपुर से अजमेर जाते समय उनकी गाड़ी का कार सवार युवकों ने पीछा किया और वीडियो बनाया। टोल बैरिकेड्स तोड़कर भागे लेकिन पुलिस ने एक्शन लेते हुए चारों को गिरफ्तार कर लिया।
विधानसभा स्पीकर प्रो. वासुदेव देवनानी की सुरक्षा में गंभीर चूक का मामला सामने आया है। मंगलवार रात जयपुर से अजमेर जाते समय, एक वाहन में सवार पांच युवकों ने उनके काफिले का लगातार पीछा किया और चलती गाड़ी से वीडियो बनाते रहे। जानकारी मिलने पर सुरक्षाकर्मियों ने युवकों के वाहन को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे गाड़ी भगाकर फरार हो गए। इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार युवकों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया है।बगरू थाना पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। गिरफ्तार किए गए युवकों से पूछताछ जारी है, और इस घटना ने विधानसभा स्पीकर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रुकवाने की कोशिश की तो लहराते हुए गाड़ी लेकर फरार हुए युवक
जयपुर (पश्चिम) डीसीपी अमित कुमार ने जानकारी दी कि मंगलवार रात विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी जयपुर से अजमेर जा रहे थे। इस दौरान एक कार में सवार युवक हाईवे पर लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए उनके काफिले का पीछा कर रहे थे और वीडियो बना रहे थे। पुलिस ने युवकों की गाड़ी को रुकवाने का प्रयास किया, लेकिन वे तेजी से लहराते हुए और कट मारते हुए गाड़ी लेकर फरार हो गए।
सूचना मिलते ही करवाई गई नाकाबंदी
इस घटना की सूचना कंट्रोल रूम को मिलने के बाद जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में कार के नंबर के आधार पर नाकाबंदी करवाई गई। बगरू थाने में मामला दर्ज कर युवकों की तलाश शुरू की गई। अजमेर जिले की सीमा में भी सख्त नाकाबंदी की गई। साथ ही, घटना की जानकारी जयपुर, अजमेर और पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया।
रील बनाने के लिए किया पीछा
डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि इस घटना में शामिल बगरू निवासी गणेश सैनी, ढाणी फतेहपुर बेगस निवासी राहुल कुमावत, जाजोरा की ढाणी निवासी साहिल कुमावत और सुल्तानों की ढाणी निवासी लोकेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही एक नाबालिग को भी निरुद्ध किया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि युवकों ने विधानसभा अध्यक्ष और पुलिस की गाड़ी के साथ रील बनाने के मकसद से हाईवे पर काफी देर तक उनका पीछा किया।
तीन दिन में दूसरी बार सुरक्षा में बड़ी चूक
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की सुरक्षा में चूक का यह तीन दिन में दूसरा मामला है। इससे पहले 8 दिसंबर को अजमेर के दरगाह थाना क्षेत्र में भी एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन हुआ था। देवनानी संपर्क सड़क पर एक पुलिस चौकी के उद्घाटन कार्यक्रम में मौजूद थे, जहां एक हिस्ट्रीशीटर आकाश सोनी पुलिस सुरक्षा घेरा तोड़कर उनके पास पहुंच गया।
आकाश सोनी ने न केवल सुरक्षा को भेदते हुए देवनानी के करीब पहुंचकर उनसे बातचीत की, बल्कि उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। जब पुलिस को यह पता चला कि आकाश सोनी एक हिस्ट्रीशीटर है, तो तुरंत उसे वहां से हटाकर गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक, आकाश सोनी पर अवैध हथियार रखने, हत्या की साजिश रचने और वांटेड अपराधियों को शरण देने जैसे कई संगीन अपराध दर्ज हैं। वह गंज थाने का हिस्ट्रीशीटर है। इस घटना ने देवनानी की सुरक्षा को लेकर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा में हैं विधानसभा अध्यक्ष देवनानी
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है। इस सुरक्षा व्यवस्था में एक कमांडो, दो पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर), और एक हथियारबंद जवान शामिल हैं। इसके साथ ही, पुलिस लाइन से एक थानेदार को इंचार्ज के रूप में उनकी सुरक्षा के लिए नियुक्त किया गया है।
इसके अतिरिक्त, देवनानी के साथ हमेशा एक पीएसओ रहता है। उनके आवास पर 24 घंटे 5 हथियारबंद सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं, जो उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। इस स्तर की सुरक्षा के बावजूद हालिया घटनाओं ने सुरक्षा व्यवस्था की सख्ती और कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।