Edited By Chandra Prakash, Updated: 06 Sep, 2024 07:46 PM
जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव सतीपुरा में रेलवे फाटक पर निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज का करीब बीस प्रतिशत कार्य अभी भी बकाया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी शेष कार्य करीब चार माह में पूरा होने की बात कह रहे हैं। अब निर्माणाधीन आरओबी के लिए...
हनुमानगढ़, 6 सितंबर 2024 : जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गांव सतीपुरा में रेलवे फाटक पर निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज का करीब बीस प्रतिशत कार्य अभी भी बकाया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी शेष कार्य करीब चार माह में पूरा होने की बात कह रहे हैं। अब निर्माणाधीन आरओबी के लिए गर्डर लॉन्चिंग व स्लैब कास्टिंग कार्य के चलते सतीपुरा चौराहा करीब चार माह तक बंद रहेगा। इसके चलते ट्रेफिक को भी डायवर्ट किया जाएगा। गर्डर लॉन्चिंग व स्लैब कास्टिंग का कार्य 25 सितम्बर से किया जाना प्रस्तावित है। सार्वजनिक निर्माण विभाग खण्ड (आरओबी) हनुमानगढ़ की अधिशाषी अभियन्ता मोना गुप्ता ने बताया कि सतीपुरा आरओबी के निर्माण कार्य में संवेदक ने प्रगति दिखाई है। वर्तमान से करीब 80 से 82 प्रतिशत कार्य हो चुका है। इस साल के अंत यानि दिसम्बर माह तक आरओबी का निर्माण कार्य पूर्ण करने का प्लान है। अब सतीपुरा चौराहे पर भी काम शुरू होगा। इस माह के अंत तक चौराहे को बंद कर ट्रेफिक डायवर्जन कार्य किया जाएगा। डायवर्जन प्लान के अनुसार हनुमानगढ़ टाउन से संगरिया एवं अबोहर जाने वाला ट्रेफिक भारत माता चौक से जंक्शन रोड होते हुए वाया राजीव चौक एवं अम्बेडकर सर्किल से नवां बाइपास (एनएच-54) अथवा राजीव चौक से शहीद भगत सिंह चौक, चूना फाटक होते हुए नवां बाइपास (एनएच-54) की तरफ निकलेगा। संगरिया एवं अबोहर से हनुमानगढ़ जंक्शन एवं टाउन जाने वाला ट्रेफिक नवां फाटक से बाइपास (एनएच-54) होते हुए चूना फाटक, शहीद भगत सिंह चौक एवं राजीव चौक होते हुए अथवा अम्बेडकर चौक, राजीव चौक होते हुए निकलेगा। डायवर्जन प्लान अनुमोदन के लिए पूर्व में जिला कलक्टर को भिजवाया गया था। वहां से इसका अनुमोदन हो चुका है। उन्होंने बताया कि सतीपुरा में ओवरब्रिज के दोनों तरफ बनी सर्विस रोड का मरम्मत कार्य दो-तीन माह में कई बार करवाया जा चुका है। मुख्य समस्या यह सामने आ रही है कि जंक्शन से सतीपुरा की तरफ जाने वाली सडक़ पर पानी की निकासी की व्यवस्था न होने से बार-बार गड्ढे हो जाते हैं। विभाग की ओर से एकबारगी अस्थाई तौर पर इन गड्ढों को भरवा दिया जाता है। बारिश का मौसम समाप्त होने पर इन गड्ढों को दोबारा भरवा दिया जाएगा। समस्या के स्थाई समाधान के लिए पानी निकासी की व्यवस्था करवाया जाना जरूरी है। इस संबंध में नगर परिषद से बात की जाएगी।
छह साल बाद भी आरओबी का निर्माण कार्य अधूरा
गांव सतीपुरा में रेलवे फाटक पर निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज का कार्य बीरबल की खिचड़ी बनकर रह गया है। छह साल पहले तत्कालीन भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरू हुआ आरओबी का कार्य पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पूरा नहीं हो पाया। अब फिर सत्ता में भाजपा की सरकार आई है। अब उम्मीद जगी है कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में निर्माण कार्य पूर्ण होकर आरओबी आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। सतीपुरा फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण 58.34 करोड़ रुपए की लागत से हो रहा है। रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण 17 सितम्बर 2018 को शुरू हुआ था। इसका शिलान्यास पूर्व जल संसाधन मंत्री डॉ. रामप्रताप ने 28 सितम्बर 2018 को किया था। लेकिन छह साल का समय बीतने के बाद भी आरओबी का निर्माण अभी अधर में है। अब तक 80 प्रतिशत कार्य ही हुआ है। शेष 20 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने में पीडब्ल्यूडी अधिकारी चार माह का समय लगने की बात कह रहे हैं।
डिजाइन में कई बार बदलाव
ओवरब्रिज का निर्माण संगरिया मार्ग से चूना फाटक मार्ग व सतीपुरा बाइपास से अबोहर मार्ग तक होना है। ओवरब्रिज की लम्बाई दोनों तरफ 800-800 मीटर के करीब होगी। ओवरब्रिज की चौड़ाई 9.5 मीटर होगी। ओवरब्रिज के नीचे साढ़े पांच मीटर चौड़ाई की सर्विस लाइन होगी। ओवरब्रिज के नीचे की सडक़ पर यातायात व्यवस्था यथावत रहेगी। सतीपुरा फाटक पर प्लस निशान की तरह ओवरब्रिज होगा। ओवरब्रिज पर बठिण्डा की तर्ज पर चौराहा भी होगा। हालांकि इसके डिजाइन को लेकर कई तरह के सवाल भी उठा थे और मामला कोर्ट तक भी पहुंचा था। सूत्रों की मानें तो इसके डिजाइन में बदलाव भी किए जा चुके हैं।