Edited By Rahul yadav, Updated: 10 Dec, 2024 01:00 PM
राजस्थान के दौसा जिले के कालीखाड गांव में एक बोरवेल में गिरे बच्चे को सकुशल बाहर निकालने के लिए मंगलवार को भी बचाव कार्य जारी है। बचाव दल लगातार प्रयासरत है। यह हादसा सोमवार, 10 दिसंबर, को दोपहर करीब 3:30 बजे हुआ जब आर्यन नामक बच्चा खेलते समय बोरवेल...
राजस्थान: दौसा के कालीखाड गांव में बोरवेल में फंसे बच्चे को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
राजस्थान के दौसा जिले के कालीखाड गांव में एक बोरवेल में गिरे बच्चे को सकुशल बाहर निकालने के लिए मंगलवार को भी बचाव कार्य जारी है। बचाव दल लगातार प्रयासरत है। यह हादसा सोमवार, 10 दिसंबर, को दोपहर करीब 3:30 बजे हुआ जब आर्यन नामक बच्चा खेलते समय बोरवेल में गिर गया।
बचाव कार्य की प्रगति
बच्चा 160 फीट गहरे बोरवेल में 147 फीट की गहराई पर फंसा हुआ है। बच्चे तक पहुंचने के लिए बोरवेल के पास एक गड्ढा खोदा जा रहा है। अब तक लगभग 40 फीट की खुदाई पूरी की जा चुकी है। इस कार्य में तीन एलएनटी मशीनें, 10 जेसीबी और 20 ट्रैक्टर लगाए गए हैं।
एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर मौजूद है। टीम ने लोहे की रिंग का उपयोग कर बोरवेल से बच्चे को सीधे निकालने का प्रयास शुरू किया है। साथ ही, बच्चे को और गहराई में जाने से रोकने के लिए छत्राकार (अंब्रेला) उपकरण लगाया गया है।
घटना का विवरण
घटना के समय आर्यन की मां, जगदीश मीणा की पत्नी, खेत में बनी पानी की टंकी पर स्नान कर रही थीं। उसी दौरान आर्यन पास में खेलते हुए बोरवेल में गिर गया। शोर सुनकर आर्यन की मां ने आसपास के लोगों और पुलिस को घटना की सूचना दी।
प्रशासन की मौजूदगी
घटनास्थल पर जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार, एएसपी लालसोट दिनेश अग्रवाल, विधायक दीनदयाल बैरवा, एसडीएम यशवंत मीणा, डीएसपी चारुल गुप्ता और थाना प्रभारी मालीराम समेत कई अधिकारी मौजूद हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी जिला प्रशासन कर रहा है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बोरवेल के अंदर बच्चे की गतिविधियां स्पष्ट रूप से नजर आ रही हैं। परिजनों द्वारा आवाज लगाने पर बच्चे ने जवाब भी दिया।
स्थानीय और प्रशासन का सहयोग
स्थानीय लोगों और प्रशासन की पूरी कोशिश है कि आर्यन को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। रेस्क्यू टीम का कहना है कि ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।