Edited By Chandra Prakash, Updated: 13 Oct, 2024 05:11 PM
बारां शहर समेत जिले भर में विजयादशमी पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। बारां शहर के लंका कालोनी स्थित रावण चौक पर पुतले दहन का अयोजन हुआ। इस दौरान रावण का कुनबा जल नहीं पाया। आग लगने के बाद ही 52 फीट रावण के साथ मेघनाथ के पुतले जमीन पर गिर गए। महज...
बारां,13 अक्टूबर 2024। बारां शहर समेत जिले भर में विजयादशमी पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। बारां शहर के लंका कालोनी स्थित रावण चौक पर पुतले दहन का अयोजन हुआ। इस दौरान रावण का कुनबा जल नहीं पाया। आग लगने के बाद ही 52 फीट रावण के साथ मेघनाथ के पुतले जमीन पर गिर गए। महज कुंभकरण का पुतला ही जला। इससे पहले रावण दहन स्थल पर भव्य आतिशबाजी हुई।
नगर परिषद की ओर से दहन के लिए रावण के पुतले समेत कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले बनाए गए थे। दहन से पूर्व रामलीला स्थल प्रताप चौक से शाम को शोभायात्रा शुरू हुई, जो शहरभर के विभिन्न रास्तों से होते हुए रावणजी के चौक पहुंची। हर वर्ष की भांति रावणजी के चौक में 52 फीट का रावण का पुतला साथ ही 30-30 फीट के कुंभकरण व मेघनाथ के पुतलों को दहन के लिए तैयार करवाए थे। नगर परिषद की ओर से रावण दहन पर 5.70 लाख रुपए का बजट प्रस्तावित था।
रघुनाथजी का देव विमान था शामिल
शहर के विभिन्न मार्गों से शोभायात्रा में भगवान रघुनाथजी का देव विमान शामिल था। प्रताप चौक रामलीला मैदान से भी भगवान राम सेना के साथ श्रीजी चौक होते हुए रावण दहन स्थल पर पहुंचे। इसके बाद देव विमान के दहन स्थल पर पहुंचने पर पूजा-अर्चना कर रावण दहन किए जानें का परम्परानुसार कार्यक्रम रहा। दहन स्थल पर झांकी भी सजाई गई थी। कुंभकर्ण का पुतला कुछ सेकंड में ही जलकर खाक हो गया, लेकिन रावण और मेघनाथ के पुतले अधजले ही गिरा दिए गए। जिन्हें जलाने के लिए कार्मिक करीब एक घंटे तक मशक्कत करते रहे। इस दौरान भीड़ पुतलों तक पहुंचने लगी तो पुलिस ने स्थिति संभाली।
इस दौरान जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, एसपी राजकुमार चौधरी, एएसपी राजेश चौधरी, आयुक्त सौरभ जिंदल ने पूजा-अर्चना की। इसके बाद रावण दहन कार्यक्रम शुरू हुआ। सुरक्षा को लेकर डीएसपी ओमेंद्र सिंह शेखावत, कोतवाली सीआई रामविलास मीणा पुलिस जाब्ते के साथ मौजूद रहे।