Edited By Rahul yadav, Updated: 15 Jan, 2025 07:08 PM
राजस्थान विधानसभा का आगामी बजट सत्र, जो 31 जनवरी से शुरू होने जा रहा है, पूरी तरह से ऑनलाइन और पेपरलेस होगा। इसके तहत, विधायकों को डिजिटल कार्यशैली से परिचित कराने के लिए बुधवार को विधानसभा में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम...
राजस्थान विधानसभा: आगामी बजट सत्र होगा पेपरलेस, विधायकों को दी जा रही ऑनलाइन ट्रेनिंग
राजस्थान विधानसभा का आगामी बजट सत्र, जो 31 जनवरी से शुरू होने जा रहा है, पूरी तरह से ऑनलाइन और पेपरलेस होगा। इसके तहत, विधायकों को डिजिटल कार्यशैली से परिचित कराने के लिए बुधवार को विधानसभा में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के नेतृत्व में दोपहर 12:30 बजे शुरू हुआ।
इस कार्यक्रम में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, देव स्थान मंत्री जोरा राम कुमावत, सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग समेत लगभग 100 से अधिक विधायक शामिल हुए। विधायकों को नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा) के माध्यम से कार्य प्रणाली की जानकारी दी गई, जिससे वे अपने सवाल, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और अन्य मुद्दे ऑनलाइन विधानसभा सचिवालय को भेज सकें।
डिजिटल क्रांति: विधायकों के लिए ऑनलाइन सुविधा
इस बार विधानसभा की कार्यवाही के दौरान सभी विधेयक, जवाब और अन्य दस्तावेज विधायकों की सीट पर लगे आईपैड पर उपलब्ध होंगे। इससे सत्र की प्रक्रिया को और अधिक सुव्यवस्थित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने का प्रयास किया गया है।
सवालों का ऑनलाइन सबमिशन
इस सत्र के लिए विधायकों ने अपने सवाल भी ऑनलाइन जमा किए हैं। अब तक नेवा एप के माध्यम से लगभग 800 सवाल भेजे जा चुके हैं। पहला सवाल 9 जनवरी को किशनगंज के विधायक ललित मीणा की ओर से प्राप्त हुआ था।
तकनीकी प्रशिक्षण की जरूरत
चूंकि यह प्रणाली नई है, इसलिए विधायकों को सदन में ही ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे ऑनलाइन कार्यप्रणाली को सहजता से अपना सकें। इस कदम से राजस्थान विधानसभा को पूरी तरह से डिजिटल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।