Edited By PTI News Agency, Updated: 27 Oct, 2021 09:32 AM
जयपुर, 26 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को धरियावद सीट से पूर्व विधायक भाजपा गौतम लाल मीणा के घर शोक व्यक्त करने पहुंचे।
जयपुर, 26 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को धरियावद सीट से पूर्व विधायक भाजपा गौतम लाल मीणा के घर शोक व्यक्त करने पहुंचे।
गहलोत ने मीणा को पुष्पांजलि अर्पित की और उनके परिवार से मिले। हालांकि भाजपा नेताओं ने इसे मुख्यमंत्री की 'राजनीतिक संवेदनाएं' करार दिया। इस पर पलटवार करते हुए गहलोत ने कहा कि वे पूरे सदन के नेता के रूप में दिवंगत मीणा के घर गए और भाजपा नेता बौखलाहट में ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य की धरियावद व वल्लभनगर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है। धरियावद सीट भाजपा विधायक गौतम लाल मीणा के निधन से खाली हुई है।
गहलोत मंगलवार को उनके गांव लसाड़िया (उदयपुर) में चुनावी सभा को संबोधित करने आए तो पहले वह दिवंगत मीणा के घर शोक व्यक्त करने गए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने गहलोत के दिवंगत मीणा के घर जाने को 'राजनीतिक संवेदनाएं' करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘जिस चौखट पर आने का मन नहीं किया कभी, वहां अब दस्तक देने आए हैं वो।’’ राठौड़ ने आगे लिखा, ‘‘धरियावद के दिवंगत विधायक गौतम लाल के निवास पर आज उनकी मृत्यु के 6 माह बाद, उपचुनाव के प्रचार थमने के एक दिन पहले मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा राजनीतिक संवेदनाएं देने के लिए धन्यवाद। वाह क्या गजब की टाइमिंग है।'
गहलोत ने कहा कि भाजपा के नेता बौखलाहट में इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं वरना किसी के निधन पर उनके घर शोक व्यक्त करने जाना हमारी सदियों की परंपरा है। उन्होंने झल्लारा में कहा, ‘‘हमने पीढ़ियों से यह परंपरा कायम रखी कि किसी के घर मौत हो जाए तो यह नहीं देखा जाता कि वह कांग्रेस का है या भाजपा का या किसी अन्य पार्टी का है, किस जाति बिरादरी का है। एक कायदा होता है, उसके परिवार में जाकर बैठने व सांत्वना देने का।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘ अगर मैंने लसाड़िया में जाकर वह कायदा निभा दिया तो मैंने क्या गुनाह कर दिया... मैं राजस्थान का मुख्यमंत्री तो हूं पर मैं विधानसभा में कांग्रेस, भाजपा सहित सभी पार्टियों के 200 विधायकों के सदन के नेता भी हूं... अगर मैं दिवंगत सदस्य के घर चला गया तो मैंने क्या गलती कर दी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम उनके घर गए, उससे पहले ही भाजपा वाले वहां पहुंच गए। उन्हें लगा, पता नहीं हम उनके कान में क्या फूंक डाल देंगे। जैसे ही मैं वहां से आया, टीवी पर आने लगा कि मुख्यमंत्री ने वहां जाकर राजनीति की। चुनाव के वक्त चले गए।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।