Edited By PTI News Agency, Updated: 12 Aug, 2021 09:25 PM
जयपुर, 12 अगस्त (भाषा) राजस्थान में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने बृहस्पतिवार को कानून व्यवस्था को लेकर राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस का कोई वरिष्ठ नेता राजस्थान में हो रहे महिला अपराधों के बारे में बात...
जयपुर, 12 अगस्त (भाषा) राजस्थान में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने बृहस्पतिवार को कानून व्यवस्था को लेकर राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस का कोई वरिष्ठ नेता राजस्थान में हो रहे महिला अपराधों के बारे में बात नहीं करता ।
राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि राज्य में पिछले सात माह में जुलाई 2021 तक बलात्कार की घटना में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘ राजस्थान में जुलाई 2020 में बलात्कार के 2972 मामले दर्ज किये गये थे वहीं जुलाई 2021 में 3717 मामले दर्ज किये गये। इसका मतलब राजस्थान में इन सात महीनों में दो सालों की तुलना में बलात्कार की घटना में 25 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह से अपहरण में 31.62 प्रतिशत की वृद्धि हुई हैं और महिला अपराधों में अनुसूचित जाति/जनजाति अपराध की दृष्टि से 28 प्रतिशत बढे है।’’
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेता अन्य राज्यों में बलात्कार की घटनाओं की बात करते हैं लेकिन जब राजस्थान की बात आती है तो कोई नेता बात करने को तैयार नहीं है। कटारिया ने कहा कि राज्य में आपराधिक मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है और कानून व्यवस्था पर कोई निगरानी नहीं हो रही है।
कटारिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा ‘‘मैंने हिन्दुस्तान में पहला मुख्यमंत्री देखा है। मुख्यमंत्री कोरोना काल में अपने निवास स्थान से बाहर ही नहीं आये। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है और कानून व्यवस्था पर कोई निगरानी नहीं है।’’
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास गृह विभाग भी है।
कटारिया ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि हाल ही में बाड़मेर में एक विवाहिता का उसके पति के सामने सामूहिक दुष्कर्म हुआ यह राज्य में पहली घटना नहीं है।
इससे पूर्व एक दिन पहले भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला करते हुए कहा था कि वह पिछले डेढ साल से अपने घर से बाहर नहीं निकले और केवल आन लाईन बैठक आयोजित करते हैं।
पूनियां ने कहा था कि राज्य सरकार कोरोना से ज्यादा अपने आप में बीमारी फैला रही है और मुख्यमंत्री को अपने आवास से बाहर आना चाहिए।
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