Edited By PTI News Agency, Updated: 13 Apr, 2021 07:36 PM
जयपुर, 13 अप्रैल (भाषा) राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया को महाराणा प्रताप पर उनकी कथित टिप्पणी को लेकर विशेषकर सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर राजपूत समाज ने कटारिया की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति...
जयपुर, 13 अप्रैल (भाषा) राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया को महाराणा प्रताप पर उनकी कथित टिप्पणी को लेकर विशेषकर सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर राजपूत समाज ने कटारिया की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है।
विवाद बढ़ने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता कटारिया ने माफी मांगते हुए कहा कि महाराणा प्रताप के लिए उनके शब्दों का चयन सही नहीं था।
कटारिया ने महाराणा प्रताप को लेकर उक्त टिप्पणी रविवार को राजसमंद में एक चुनावी सभा में की। उन्होंने कहा था, ‘‘हमारे पूर्वज 100 वर्षों तक लड़े। ये महाराणा प्रताप अभी गया ना, क्या उसको पागल कुत्ते ने काटा था जो अपनी राजधानी और घर छोड़कर एक पहाड़ी के डूंगर डूंगर रोता फिरा था। किसके लिए गया था। कुछ समझ में आता है या नहीं।’’
कटारिया की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी जहां उनकी खूब आलोचना हो रही है। अपने अद्मय साहस के लिए विख्यात महाराणा प्रताप मेवाड़ के शासक रहे। आज का उदयपुर इलाका इसी मेवाड़ का हिस्सा है।
कुछ युवाओं ने राजधानी जयपुर में भाजपा कार्यालय के बाहर लगे कटारिया के पोस्टर पर स्याही पोत दी और उनके खिलाफ प्रदर्शन किया।
उदयपुर के पूर्व राजघराने के सदस्य लक्ष्यराजसिंह ने फेसबुक पर लिखा, ‘‘महाराणा प्रताप के संघर्ष को कोई कलम नहीं रच सकती, उन का नाम ही शौर्य और संघर्ष का पर्याय है, प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप के लिए भाषा की मर्यादा कैसे भूली जा सकती है?’’
मामले के तूल पकड़ने के बाद कटारिया ने माफी मांगते हुए कहा कि वह महाराणा प्रताप का सम्मान करते हैं और उनकी भावना ऐसी नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘‘महाराणा प्रताप के प्रति मेरे मन में अनन्य श्रद्धा है और मेरे शब्दों का प्रयोग गलत लगता तो मैं क्षमा मांगता हूं।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।