Edited By Rahul yadav, Updated: 17 Jan, 2025 03:41 PM
यूटीबी नर्सेज अपनी मांगों को लेकर पिछले पांच दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इन प्रदर्शनों का सीधा असर मथुरादास माथुर अस्पताल की ओटी, आईसीयू और इमरजेंसी वार्डों की व्यवस्थाओं पर पड़ा है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ाने लगी हैं।
यूटीबी नर्सेज की मांगों को लेकर धरना जारी, अस्पतालों की व्यवस्थाएं प्रभावित
यूटीबी नर्सेज अपनी मांगों को लेकर पिछले पांच दिनों से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इन प्रदर्शनों का सीधा असर मथुरादास माथुर अस्पताल की ओटी, आईसीयू और इमरजेंसी वार्डों की व्यवस्थाओं पर पड़ा है, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ाने लगी हैं।
राजस्थान नर्सेज संगठन, जोधपुर के बैनर तले, यूटीबी नर्सेज रिक्त पदों पर समायोजन और सेवाओं के एक्सटेंशन की मांग कर रहे हैं। संगठन के अध्यक्ष जगदीश जाट ने बताया कि हर साल सरकार एक्सटेंशन को रोक देती है, जिससे नर्सेज को अपनी सेवाओं से बाहर होना पड़ता है। इसके बाद प्रदर्शन के जरिए चार-पांच महीने में उनकी सेवाएं फिर से बहाल की जाती हैं।
हाल ही में सरकार ने कुछ नर्सेज की भर्ती करके जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल, महात्मा गांधी अस्पताल और उम्मेद अस्पताल में नए कर्मचारियों को नियुक्त किया है। हालांकि, इससे भी अस्पतालों की व्यवस्थाओं को पूरी तरह से सुचारु नहीं किया जा सका है।
जगदीश जाट ने बताया कि मेडिकल कॉलेज प्राचार्य और मंत्री बीश्नोई से बातचीत हुई है, जिसमें उन्हें आश्वासन मिला है कि जल्द ही यूटीबी नर्सेज की सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी। इसके बावजूद, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
उन्होंने बताया कि सरकार से कई बार वार्ता हुई है और सकारात्मक निर्णय का आश्वासन भी मिला है, लेकिन अब तक कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया है। हर बार यूटीबी नर्सेज को अपनी सेवाएं बहाल करने के लिए ठंड के मौसम में भी धरना देना पड़ता है।
अब देखना यह है कि सरकार कब तक यूटीबी नर्सेज की मांगों को स्वीकार करती है और उनकी सेवाओं को बहाल करती है। फिलहाल, कड़ाके की ठंड के बीच उनका धरना जारी है।