Edited By Chandra Prakash, Updated: 11 Sep, 2024 08:43 PM
भाद्रपद शुक्ल अष्टमी के दिन महर्षि दधीचि जयंती के अवसर पर सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज एवं महर्षि दधीचि फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में कॉलेज सभागार में देहदानियों के परिजनों, देहदान का संकल्प लेने वाले तथा प्रेरणा देने वाले गणमान्य व्यक्तियों को...
बीकानेर, 11 सितंबर 2024 : भाद्रपद शुक्ल अष्टमी के दिन महर्षि दधीचि जयंती के अवसर पर सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज एवं महर्षि दधीचि फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में कॉलेज सभागार में देहदानियों के परिजनों, देहदान का संकल्प लेने वाले तथा प्रेरणा देने वाले गणमान्य व्यक्तियों को सम्मानित किया गया । इस दौरान दिल्ली से स्वामी महेन्द्रानन्द गिरी महाराज मुख्य अतिथि रहे । महर्षि दधीचि फाउण्डेशन के अध्यक्ष योगेन्द्र दाधीच ने प्राचार्य डॉ. सोनी एवं महाराज श्री की उपस्थिति में महर्षि दधीचि की तस्वीर पर दीप प्रज्ज्वलित कर तथा पुष्प अर्पित कर सम्मान समारोह की शुरूआत की। योगेन्द्र दाधीच ने महर्षि दधीच के बारे में बताते हुए कहा कि इन्होने देवलोक पर संकट आने पर उस समय अपनी अस्थियों का दान किया, जब उनकी पत्नी गर्भवती थी। महर्षि दधीचि की अस्थियों से जिस वज्र का निर्माण हुए उसी के उपयोग से भगवान इंद्र ने वृत्रासुर नामक असूर का वध कर देवलोक को बचाया।
इस अवसर पर एस.पी. मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन सोनी ने कहा कि कॉलेज प्रशासन द्वारा विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर सर्वसमाज में देहदान के प्रति जागरूकता के अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है, जिसका समय-समय पर सफल परिणाम सामने आ रहे है। डॉ. सोनी ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में स्वैच्छि देहदान सर्वप्रथम 14 अक्टूबर 2001 को प्राप्त हुआ, तब से लेकर आज तक आम जन मानस में देहदान को लेकर काफी जागरूकता उत्पन्न हुई है।
देहदान संबंधित जानकारी देते हुए प्राचार्य डॉ. सोनी ने कहा कि आज दिनांक तक कुल 68 देहदान स्वरूप मेडिकल कॉलेज को प्राप्त हुई है, जिसमें 46 पुरूष व 22 महिलाओं की देह सम्मिलित है। वर्ष 2022 और 2023 में कुल 12 देहदान स्वरूप प्राप्त हुई, चालू वर्ष में अभी तक 1 देहदान स्वरूप प्राप्त हुई है । आम जन में देहदान को लेकर बढ़ती जागरूकता से समाज को कुशल चिकित्सक प्राप्त होंगे। सम्मान समारोह के दौरान देहदान करने वाले व्यक्तियों के परिजनों, देहदान के लिए प्रेरणा देने वाले समाजिक कार्यकर्ताओं तथा देहदान का संकल्प पत्र भरने वाले महान व्यक्तियों के साथ साथ मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग में कार्यरत डॉक्टर्स का सम्मान किया गया।
इस दौरान सभी को प्रतीक चिन्ह व महर्षि दधीचि की सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित तस्वीरें भेंट की गई। महर्षि दधीचि फाउण्डेशन ने करीब 2000 तस्वीरें मेडिकल स्टूडेंण्ट्स व विभाग के कार्मिकों के लिए कॉलेज प्रशासन को भेंट स्वरूप प्रदान की। इस दौरान महर्षि दधीचि फाउण्डेशन से शिवजी राम आचार्य, लीलाधर आसोपा, ममता शर्मा तथा सनातन दर्पण पत्रिका की प्रधान संपदाक श्रीमती सम्पत दाधिच उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य कक्ष तथा पीबीएम अधीक्षक कार्यालय के लिए महर्षि दधीचि की दो बडी अभिमंत्रित तस्वीरें महर्षि दधीचि फाउण्डेशन द्वारा भेंट की गई ।
इनका हुआ सम्मान
देहदान करने वाले व्यक्तियों के परिजनों में दीपक अग्रवाल, महेन्द्र मिन्नी, शैलेष भादाणी व मोहन व्यास तथा प्रेरणा देने वालों में डॉ. राकेश रावत, मदन गोपाल मेघवाल, राजकुमार ढ़ल्ला, बाबूलाल जैन, अशोक कोचर, अरिहन्त डागा, नरेन्द्र नाथ पारिक, प्रवीण कुमार चावला, कैलाश कपूर व हिरालाल मून्धड़ा और देहदान का हाल ही में संकल्प लेने वाले सुधीर कुमार, रवीन्द्र सिद्धार्थ व रूकमा देवी सिद्धार्थ एवं एनाटॉमी विभाग से डॉ. मोहन सिंह, डॉ. राकेश मणि, डॉ. कविता, डॉ. गरिमा, डॉ. निर्मला तथा डॉ. कालूराम मीणा को सम्मानित किया गया।