Edited By Ishika Jain, Updated: 06 Jan, 2025 03:33 PM
राजस्थान के जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ इलाके में हाल ही में हुई एक भूगर्भीय घटना ने आसपास के क्षेत्र में भारी हलचल मचाई है। 28 दिसंबर 2024 को विक्रम सिंह के खेत में बोरवेल की खुदाई के दौरान अचानक जलधारा फूट पड़ी, जिसके कारण ट्रक और मशीन जमीन में समा...
राजस्थान के जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ इलाके में हाल ही में हुई एक भूगर्भीय घटना ने आसपास के क्षेत्र में भारी हलचल मचाई है। 28 दिसंबर 2024 को विक्रम सिंह के खेत में बोरवेल की खुदाई के दौरान अचानक जलधारा फूट पड़ी, जिसके कारण ट्रक और मशीन जमीन में समा गए। इसके बाद भूगर्भ से भारी प्रेशर के साथ पानी और गैस का रिसाव शुरू हो गया। पानी की धार इतनी तेज थी कि पूरे क्षेत्र का दृश्य समंदर जैसा नजर आने लगा।
मौके पर पहुंची ONGC की टीम
घटना की सूचना मिलने के बाद, तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) की क्राइसिस मैनेजमेंट टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। ONGC की टीम ने बोरवेल की स्थिति की जांच की और आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया। रिपोर्ट के अनुसार, ट्रक और मशीन को बाहर निकालने से पानी और गैस का रिसाव फिर से हो सकता है, जो इलाके के लिए खतरनाक हो सकता है।
गांववालों को दी गई चेतावनी
ONGC की टीम ने गांववालों को सलाह दी कि फिलहाल ट्रक और मशीन को बाहर न निकाला जाए। रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि इन भारी उपकरणों के कारण पानी और गैस का प्रेशर बंद हो गया था। अगर इन्हें बाहर निकाला गया, तो फिर से प्रेशर के साथ पानी और मिट्टी का रिसाव शुरू हो सकता है।
प्रशासन का अगला कदम
अभी तक प्रशासन ने इस मामले पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है। कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत के नेतृत्व में प्रशासन आगे की योजना पर मंथन कर रहा है। वहीं, खेत मालिक ने बताया कि प्रशासन ने उन्हें तीन महीने तक घटनास्थल से दूर रहने का निर्देश दिया है।
ONGC की तकनीकी रिपोर्ट
31 दिसंबर 2024 को ONGC की टीम ने इस मामले की जांच की और बोरवेल की स्थिति पर अपनी तकनीकी रिपोर्ट सौंपी। टीम ने साफ तौर पर कहा है कि ट्रक और मशीन को बाहर निकालने से इलाके में बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। फिलहाल, प्रशासन ने इस मामले को छेड़ने से मना कर दिया है और आगे की योजना पर विचार किया जा रहा है। ONGC की रिपोर्ट में आशंका जताई जा रही है कि ट्रक और 22 टन वजनी मशीन के कारण ही पानी और गैस का रिसाव रुक पाया था। यदि इन उपकरणों को बाहर निकाला गया, तो फिर से भारी प्रेशर के साथ पानी और मिट्टी का रिसाव शुरू हो सकता है, जो इलाके के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।