Edited By Raunak Pareek, Updated: 15 Nov, 2024 05:13 PM
देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव के दौरान नरेश मीणा थप्पड़ कांड ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। पीपल्दा विधायक चेतन पटेल ने सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने घटना के बाद सरकार की निष्क्रियता और...
नरेश मीणा थप्पड़ कांड ने देवली-उनियारा विधानसभा उपचुनाव में राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। इस विवाद ने न केवल स्थानीय नेताओं को बल्कि राज्य सरकार और प्रशासन को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है। पीपल्दा विधायक चेतन पटेल ने इस मामले में सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
विधायक पटेल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने इस घटना को प्रदेश के लिए 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया। उनका कहना है कि सरकार इस मामले पर पूरी तरह से मूकदर्शक बनी हुई है और जनभावनाओं का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा है।
प्रशासन की पूरी व्यवस्था नाकारा :-
चेतन पटेल ने प्रशासन की पूरी व्यवस्था को नकारते हुए कहा कि प्रशासन ने समय रहते इस गंभीर मामले का समाधान नहीं निकाला, जिसके परिणामस्वरूप समरावता गांव में भय का माहौल उत्पन्न हो गया। पटेल ने आरोप लगाया कि पुलिस ने निर्दोष लोगों के घरों में घुसकर हिंसा की और युवकों को मारा-पीटा, जिससे कई ग्रामीण घायल हो गए।
"कुछ युवकों ने जान बचाने के लिए तालाब में कूदकर या खेतों में भागकर शरण ली," पटेल ने कहा। इस हिंसा में 50 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी मिली है, और कई घरों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।
विधायक पटेल की सरकार से अपील :-
विधायक पटेल ने सरकार से अपील की है कि अब निर्दोष लोगों पर कोई गलत कार्रवाई न की जाए और आगजनी में हुए नुकसान की भरपाई की जाए। उनका कहना है कि सरकार को इस गंभीर मामले में और अधिक सक्रियता दिखानी चाहिए और गांव के माहौल को शांतिपूर्ण बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।