Edited By Chandra Prakash, Updated: 26 Sep, 2024 04:44 PM
आंध्रप्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में एनिमल फेट व मछली के तेल होने की खबर आने के बाद अब राजस्थान सरकार भी सख्त हो गई है। प्रदेश के सभी बड़े मन्दिरो में अब प्रसाद व भोजनशाला के सेम्पल लिए जा रहे है।
जैसलमेर, 26 सितंबर 2024 । आंध्रप्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में एनिमल फेट व मछली के तेल होने की खबर आने के बाद अब राजस्थान सरकार भी सख्त हो गई है। प्रदेश के सभी बड़े मन्दिरो में अब प्रसाद व भोजनशाला के सेम्पल लिए जा रहे है।
23 से 26 सितंबर तक चार दिवसीय प्रसिद्ध मंदिर प्रसाद, भोग एवं भोजन शाला निरीक्षण एवं सैंपलिंग का अभियान चलाया गया है। जैसलमेर में इस अभियान अंतर्गत डॉ. बी.एल. बुनकर के मार्गदर्शन में जैसलमेर में खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रवीण चौधरी ने बाबा रामदेव मंदिर परिसर में संचालित भोजनशाला एवं श्री भादरिया राय माताजी मंदिर में संचालित भोजनशाला एवं प्रसाद वितरण और माता तनोट राय माताजी मंदिर का निरीक्षण एवं फूड सैंपलिंग करके आवश्यक दिशा निर्देश दिए। अभियान में भोजन शाला एवं प्रसाद के कुल 23 सैंपल लिए गए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रवीण चौधरी ने बताया कि पूर्व में भी एक महीने की रामदेवरा मेला अवधि में कुल 111 सैंपल एवं 1 हजार 645 किलोग्राम प्रदूषित सामग्री मौके पर ही नष्ट कराई गई एवं सभी खाद्य कारोबारियों को खाद्य सामग्री ढक कर बेचने के लिए पाबंद किया गया। प्रवीण चौधरी ने बताया कि सभी खाद्य विक्रेता, दवा विक्रेता एवं फल सब्जी विक्रेता अपना फूड लाइसेंस अनिवार्य रूप से बनवा लें। आकस्मिक निरीक्षण के वक्त फूड लाइसेंस नहीं पाए जाने पर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।