Edited By Ishika Jain, Updated: 13 Jan, 2025 02:35 PM
सात समंदर पार यूरोपियन देश माल्टा में 12 जनवरी 2025 को इतिहास रचा गया। धोली मीणा ने माल्टा में रह रहे राजस्थानी समुदाय के साथ मकर संक्रांति एवं पौष बड़ा महोत्सव बड़ी धूम-धाम से मनाया। धोली मीणा ने बताया कि माल्टा की धरती पर पहली बार मकर संक्रांति का...
सात समंदर पार यूरोपियन देश माल्टा में 12 जनवरी 2025 को इतिहास रचा गया। धोली मीणा ने माल्टा में रह रहे राजस्थानी समुदाय के साथ मकर संक्रांति एवं पौष बड़ा महोत्सव बड़ी धूम-धाम से मनाया। धोली मीणा ने बताया कि माल्टा की धरती पर पहली बार मकर संक्रांति का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
धोली मीणा ने माल्टा में बसे राजस्थानियों के साथ मिलकर 12 जनवरी 2025 को मैनोएल आइलैंड, ग्ज़ीरा, माल्टा पर मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर एक भव्य पतंग महोत्सव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 150 से अधिक राजस्थानी समुदाय के लोगो ने हिस्सा लिया और भारत की सांस्कृतिक विविधता की अद्भुत झलक प्रस्तुत की।कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत पूजा अर्चना करके की गई।
मकर संक्रांति एक ऐसा त्यौहार है जो सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में भारतीय समुदाय द्वारा मनाया जाया है । हमारे देश में इस साल मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी को मनाया जाएगा।
धोली मीना ने बताया की माल्टा में अभी तक राजस्थानी समुदाय के लोग अलग-थलग रह रहे थे। पिछले चार साल से वो माल्टा में मकर संक्रांति अकेले ही मनाती थी। उन्होंने इस बार कुछ विशेष करने की ठानी और सोचा क्यों ना इस बार मकर संक्रांति का त्योहार राजस्थानी समुदाय के साथ मनाया जाए। इस कड़ी में सबसे बड़ी चुनौती थी लोगो को ढूंढना एवं उनको एक मंच पर इखट्टा करना। अबसे पहले किसी को यह पता नहीं था की माल्टा देश में कितने राजस्थानी समुदाय के लोग रहते है।
धोली मीणा ने बताया सबसे पहले उन्होंने एक कोर टीम बनाई फिर सब राजस्थानियों को एक-एक करके ढूँढना शुरू किया। देखते ही देखते उनके ग्रुप में 25 लोगो से बढ़कर एक सप्ताह में 100 से भी अधिक लोग जुड़ गए। माल्टा जैसे देश में यह संख्या बहुत अधिक है। धोली मीणा ने बताया कि कार्यक्रम में उनकी टीम की सोच से भी अधिक 150 के लगभग लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में यूरोपियन लोग एवं नेपाल के लोगो ने भी भाग लिया। उपस्थित लोगो को भोजन में पोष बड़ा खिलाया। सांस्कृतिक एवं देश भक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। धोली मीना ने राजस्थानी समुदाय के साथ पतंग उड़ाई एवं पारंपरिक खेल जैसे की कांच की गोली, सतोलिए का खेल भी खेला।
धोली मीणा ने बताया की इस आयोजन को सफल बनाने में निम्नलिखित वॉलंटियर्स का विशेष योगदान रहा: अरुण गौड़, राजकुमार जांगिड़, रमेश जांगिड़, जितेंद्र गुर्जर, दिनेश सैनी, रामनिवास सैनी, रवि राजपूत, अशोक माली, बाबूलाल माली, हेमंत कुमार, हीरालाल भट्टी, राकेश सेन एवं अन्य कई। कार्यक्रम में पतंगबाजी मुख्य आकर्षण रही, जहां बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी ने बड़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इसके साथ ही पारंपरिक भोजन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को और रंगीन बना दिया। धोली मीणा ने बताया कार्यकम के सफल आयोजन के बाद राजस्थानी समुदाय ने एक मंच बनाने का निर्णय लिया है जिसका नाम उन्होंने Rajasthani Association Malta (RAM) रखने का निर्णय लिया है। धोली मीणा ने ख़ुशी जाहिर कि राजस्थान में राम के नाम को सबसे बड़ा माना जाता है और राजस्थानी समुदाय ने अपने मंच का नाम भी राम (RAM) रखने का निर्णय लिया है।