Edited By Raunak Pareek, Updated: 15 Jan, 2025 03:49 PM
संस्कृत विश्व की समस्त भाषाओं की जननी है। इसके ग्रंथों में अनगिनत गूढ़ रहस्य छुपे हुए हैं, जिन पर शोध कर दुनिया के वैज्ञानिकों ने अनेक अविष्कार किए हैं।
राजस्थान के शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने संस्कृत शिक्षा को डिजिटल माध्यम से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इस कदम से संस्कृत शिक्षा को प्रोत्साहन और संवर्धन मिलेगा, जिससे संस्कृत में अध्ययन करने वाले छात्रों को बहुत सहायता मिलेगी। दिलावर जयपुर स्थित महाराजा आचार्य संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित यूथ पाठशाला एप के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।
मदन दिलावर ने संस्कृत भाषा पर दिया जोर
मंत्री दिलावर ने संस्कृत भाषा की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि संस्कृत विश्व की समस्त भाषाओं की जननी है। इसके ग्रंथों में अनगिनत गूढ़ रहस्य छुपे हुए हैं, जिन पर शोध कर दुनिया के वैज्ञानिकों ने अनेक अविष्कार किए हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को इन रहस्यों पर काम करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि हमारे छात्रों को भी इस दिशा में अपना योगदान देना चाहिए।
यूथ पाठशाला ऐप का उद्घाटन
मंत्री दिलावर ने राइजिंग राजस्थान सम्मिट 2024 के तहत यूथ पाठशाला और धुराना वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर संस्कृत शिक्षा विभाग के राजकीय महाविद्यालयों एवं विद्यालयों के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पाठ्यक्रम, कौशल विकास, और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निशुल्क ऐप उपलब्ध करवाने हेतु एक एम ओ यू (MOU) किया है। इस ऐप की निशुल्क सुविधा तीन वर्ष तक रहेगी और इसकी कुल कीमत लगभग 100.90 करोड़ रुपये है। इस अवसर पर महाविद्यालय की यज्ञशाला में विधिवत रूप से यज्ञ का आयोजन भी किया गया। समारोह में आर बी डी पब्लिकेशन के निदेशक सुमित चांडक, द्युनिया एप के निदेशक अजय गौड, यूथ पाठशाला के निदेशक शरद शर्मा, संस्कृत शिक्षा की आयुक्त प्रियंका जोधावत और अन्य अधिकारी तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।
संस्कृत शिक्षा को डिजिटल रूप से प्रोत्साहित करने का यह कदम निश्चित ही छात्रों के लिए एक नई राह खोलेगा। यह डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने और संस्कृत भाषा के महत्व को पुनः स्थापित करने की दिशा में एक अहम पहल है।इस पहल से संस्कृत शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव की उम्मीद की जा रही है और विद्यार्थियों को एक नया और प्रभावी प्लेटफॉर्म मिलने जा रहा है।