Edited By Ishika Jain, Updated: 09 Jan, 2025 03:33 PM
ठठाना गांव में भारतीय नौसेना के 24 वर्षीय जवान पिंटू पोषक का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। दरअसल ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ने के कारण पिंटू की मौत हो गई थी।
कुचामनसिटी (नागौर)। नजदीकी ठठाना गांव में भारतीय नौसेना के 24 वर्षीय जवान पिंटू पोषक का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। दरअसल ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ने के कारण पिंटू की मौत हो गई थी। पिंटू मुम्बई में तैनात था। पिंटू की पार्थिव देह जैसे ही गांव पहुंची, भारत माता के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने पिंटू के पिता रामनिवास पोषक को उसके कपड़े और तिरंगा सौंपा। साथ ही गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। इसके बाद परिवार के सदस्य ने पिंटू को मुखाग्नि दी।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
जवान की पार्थिव देह घर पर पहुंचने के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। खासतौर पर उनकी मां जो अपने बेटे के शव को देख कर फूट-फूट कर रो पड़ीं। उनका दिल टूट गया था क्योंकि वह अपने बेटे को आखिरी बार देख पा रही थीं। इस दौरान पिंटू के पिता रामनिवास पोषक और छोटे भाई देवेन्द्र भी दुख से अभिभूत हो गए और उनकी आंखों में आंसू थे। इस मौके पर परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया समेत अन्य गणमान्य लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंचे।
पुलिस ने संभाली व्यवस्थाएं
जवान पिंटू के अंतिम संस्कार के लिए बटालियन की गाड़ी और अन्य व्यवस्था के लिए कुचामन और नावां थाने की पुलिस ने पूरी मदद की। कुचामन सीआई जगदीप्रसाद मीणा और नावां सीआई नन्दलाल समेत कई पुलिसकर्मी इस काम में जुटे रहे।
सगाई की चर्चाएं चल रही थी और बीटा तिरंगे में वापस लौटा
जवान पिंटू मुम्बई में तैनात था और 2019 में भारतीय नौसेना में भर्ती हुआ था। 14 दिसंबर को वह अपनी छुट्टी खत्म कर ड्यूटी पर वापस लौटा था। पिंटू अपने परिवार में बड़ा बेटा था और परिवार के लोग उसकी अगली छुट्टी में उसकी सगाई की योजना बना रहे थे। पिंटू ने घरवालों से जल्द लौटने की बात कही थी, लेकिन वह तिरंगे में लिपटकर घर वापस लौटा।