Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 11 Jan, 2025 02:12 PM
जयपुर में मकर संक्रांति पर पतंगबाजी देखने लायक होती है। मकर संक्रांति पर बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक में पतंगबाजी का उत्साह देखने को मिलता है। इसी उत्सव को ओर खास बनाने के लिए गुलाबी नगरी जयपुर में टीम चेतन धुंधारिया की ओर से 'पतंग महोत्सव' का आयोजन...
जयपुर । जयपुर में मकर संक्रांति पर पतंगबाजी देखने लायक होती है। मकर संक्रांति पर बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक में पतंगबाजी का उत्साह देखने को मिलता है। इसी उत्सव को ओर खास बनाने के लिए गुलाबी नगरी जयपुर में टीम चेतन धुंधारिया की ओर से 'पतंग महोत्सव' का आयोजन होने जा रहा है। पतंग महोत्सव के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। महोत्सव को लेकर उत्साह का माहौल है। कार्यक्रम के औपचारिक शुभारंभ के तहत शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पतंग महोत्सव के पोस्टर का विमोचन किया गया। इस अवसर पर मदन दिलावर ने कहा कि, "पतंग महोत्सव हमारी संस्कृति और परंपरा को जीवंत रखने का माध्यम है। यह न केवल मनोरंजन का साधन है बल्कि समाज को एकजुटता और उत्साह से जोड़ता है।" पतंग और डोर का रिश्ता यह सिखाता है कि हमारा जीवन दूसरों के साथ जुड़े बिना अधूरा है। संबंध और सहयोग हमें जीवन में मजबूती और स्थिरता प्रदान करते हैं।
टीम के प्रवक्ता जयसिंह गुडीवाल ने बताया कि यह महोत्सव 12 जनवरी को दोपहर 2 बजे से टीम चेतन धुंधारिया के निर्माण नगर स्थित कार्यालय पर आयोजित किया जाएगा। इससे पंतग महोत्सव को एक नई पहचान तो मिलेगी ही, लोग नए साल में गुनगुनी धूप के बीच दाल के पकौड़े, मूंगफली की गुड़ पट्टी, तिल के लड्डू, फीणी जैसे पारंपरिक व्यंजनों एवं मनोरंजन का भी लुत्फ उठा सकेंगे। पतंग महोत्सव में लाइव आर्केस्ट्रा, आतिशबाजी, विभिन्न आकृतियों की पंतगे आकर्षण का केन्द्र रहेंगी। इस पतंग महोत्सव समाज की जानी मानी हस्तियों के साथ स्थानीय पतंगबाज़ अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे। टीम चेतन धुंधारिया के संस्थापक चेतन कुमावत ने कहा कि पतंग महोत्सव हमारी प्राचीन परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित और बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इस महोत्सव के माध्यम से लोग आपस में जुड़ते हैं, एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं और मिलजुलकर उत्सव मनाते हैं। यह भाईचारे और सद्भाव को बढ़ावा देता है। इस अवसर पर जयसिंह गुडीवाल, राजेन्द्र सैनी, संदीप कुमावत, राकेश सोनी, पीयूष कुमावत, उषा कुमावत, भगवान सहाय बबेरीवाल व गणेश कुमावत मौजूद रहे।