Edited By Chandra Prakash, Updated: 17 Nov, 2024 02:48 PM
जयपुर, जो कि राजस्थान की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, अपने ऐतिहासिक हवाई अड्डे के लिए भी जाना जाता है। क्या आप जानते हैं कि जयपुर का पहला हवाई अड्डा आमेर में स्थित था? यह हवाई अड्डा शहर के विकास और राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल था,...
जयपुर, 17 नवंबर 2024 । जयपुर, जो कि राजस्थान की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, अपने ऐतिहासिक हवाई अड्डे के लिए भी जाना जाता है। क्या आप जानते हैं कि जयपुर का पहला हवाई अड्डा आमेर में स्थित था? यह हवाई अड्डा शहर के विकास और राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल था, जो जयपुर के राजनीतिक परिदृश्य में अहम भूमिका निभाता था।
आमेर हवाई अड्डा: एक ऐतिहासिक मील का पत्थर
जयपुर का पहला हवाई अड्डा आमेर में स्थित था, जो शहर से कुछ किलोमीटर दूर था। इस हवाई अड्डे ने उस समय के परिवहन की जरूरतों को पूरा किया और जयपुर के विमानन क्षेत्र की नींव रखी। आजकल की तुलना में कम सुविधाओं वाला यह हवाई अड्डा, जयपुर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था और इसके जरिए शहर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी मिली थी।
राजनीतिक रैलियों और हवाई अड्डे की भूमिका
आमेर हवाई अड्डा जयपुर के राजनीतिक परिदृश्य का एक अहम हिस्सा बन गया था। कांग्रेस के नेता रामकिशोर व्यास, भाजपा के भैरोसिंह शेखावत और स्वतंत्र पार्टी की गायत्री देवी जैसे प्रमुख नेताओं ने इस हवाई अड्डे से यात्रा की और यहां से राजनीतिक रैलियों और आयोजनों की शुरुआत की। चुनावों के दौरान यह हवाई अड्डा राजनीति की गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र बन जाता था।
राजनीतिक बदलाव और चुनावी अभियानों की भूमिका
आमेर हवाई अड्डे का राजनीतिक दलों के चुनावी अभियानों में भी महत्वपूर्ण योगदान था। गायत्री देवी की स्वतंत्र पार्टी ने जयपुर में एक बड़ा राजनीतिक बदलाव लाया, जिससे राज्य की राजनीति की दिशा बदल गई। हवाई अड्डा अब केवल एक यात्रा स्थल नहीं, बल्कि राजनीति और चुनावों का एक प्रमुख मंच बन चुका था।
आमेर हवाई अड्डा जयपुर के इतिहास और राजनीति के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह हवाई अड्डा सिर्फ यात्रा के लिए नहीं, बल्कि राजनीतिक रैलियों और चुनावी अभियानों के लिए भी एक महत्वपूर्ण स्थल बन गया था, जो जयपुर की राजनीति को आकार देने में मदद करता था।