Edited By Raunak Pareek, Updated: 09 Jun, 2025 08:01 PM

जयपुर चेस अकादमी द्वारा आयोजित प्रथम पार्वती गोस्वामी मेमोरियल रैपिड ओपन शतरंज प्रतियोगिता में अंश भार्गव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6.5 अंक लेकर खिताब जीता। प्रतियोगिता में 191 खिलाड़ियों ने भाग लिया। जानें विजेताओं की पूरी सूची।
जयपुर शहर में आयोजित प्रथम पार्वती गोस्वामी मेमोरियल रैपिड ओपन शतरंज प्रतियोगिता में अंश भार्गव ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 6.5 अंक प्राप्त कर विजेता बनने का गौरव हासिल किया। यह प्रतियोगिता जयपुर चेस अकादमी और जयपुर चेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में वर्धमान इंटरनेशनल स्कूल, मानसरोवर में संपन्न हुई, जिसमें देशभर से 191 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें से 52 खिलाड़ी फिडे रेटेड थे, जो इस आयोजन की प्रतिस्पर्धात्मकता और प्रतिष्ठा को दर्शाता है।
मुख्य वर्ग (ओपन कैटेगरी) में अंश भार्गव और पवन सैन दोनों ने 6.5 अंक प्राप्त किए, लेकिन टाई ब्रेक स्कोर के आधार पर अंश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्हें 5500 की इनामी राशि और ट्रॉफी प्रदान की गई। पवन सैन को ₹3500 व ट्रॉफी तथा तीसरे स्थान पर रहे शिवम खेतरपाल को 2000 व ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। वहीं, महेन्द्र सिंह राठौड़ और वीर कुमार ने भी 6 अंक प्राप्त किए और क्रमशः चौथे व पांचवें स्थान पर रहे, जिन्हें ₹1500 और ₹1000 की इनामी राशि प्रदान की गई।
प्रतियोगिता को और व्यापक व समावेशी बनाने के उद्देश्य से विभिन्न आयु वर्गों में भी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। अंडर-7 से लेकर अंडर-15 तक के बालक-बालिकाओं में दीया शर्मा, अभिराज जैन, तिआ व्यासवाल, ऋतिक श्रीवास्तव, जयमिशा सी अर्जुन, विहान जैन, विमर्शा सी अर्जुन, अच्युत बाजपेई, नंदनी शर्मा, धनश्याम राज मिश्रा जैसे कई नामों ने अपनी प्रतिभा से सबका ध्यान आकर्षित किया। इसके अलावा ‘बेस्ट गर्ल’ और ‘बेस्ट बॉय’ का खिताब क्रमशः वृंदा अग्रवाल और यशवर्धन सिंह वर्मा ने हासिल किया।
समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. राजेश मेनारिया (सेवानिवृत्त डायरेक्टर कॉलेज एजुकेशन), कुशुम गोस्वामी (सेवानिवृत्त RAS), और अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए। आयोजन सचिव विक्रम सिंह ने बताया कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य शतरंज को बढ़ावा देना और युवा खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर के मंच प्रदान करना है।
जयपुर चेस अकादमी की यह पहल न केवल खिलाड़ियों को एक प्रतिस्पर्धात्मक मंच प्रदान करती है, बल्कि राजस्थान के शतरंज क्षेत्र को नई ऊर्जा भी देती है। इस प्रकार का आयोजन भविष्य में राज्य के अधिक से अधिक खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर तैयार करने में सहायक होगा।