Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 17 Dec, 2024 04:30 PM
बारां । राजस्थान के बारां जिले की कूल नदी पर रामगढ़ बैराज, पार्वती पर महलपुर बैराज और नवनेरा बांध के पंप हाउस निर्माण पर कुल 2 हजार 66 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नवनेरा बैराज का लोकार्पण करने के साथ ही महलपपुर, रामगढ़...
बारां । राजस्थान के बारां जिले की कूल नदी पर रामगढ़ बैराज, पार्वती पर महलपुर बैराज और नवनेरा बांध के पंप हाउस निर्माण पर कुल 2 हजार 66 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नवनेरा बैराज का लोकार्पण करने के साथ ही महलपपुर, रामगढ़ बैराज का शिलान्यास भी किया। जिससे सिंचाई, उद्योग तथा पेयजल के लिए पानी मुहैया होगा। जिले की सरकार की महत्वाकांक्षी ईआरसीपी (एमपीकेसी) योजना के लोकार्पण और शिलान्यास मंगलवार को जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किए।विभागीय अधिकारियों के अनुसार संशोधित पार्वती-कालीसिंध परियोजना (एमपीकेसी) योजना में 21 जिलों को सिंचाई और पेयजल का पानी मिलेगा। बारां जिले के लोगों को भी लाभ मिलेगा। इसके तहत कूनो बेसिन में 9 फव्वारा आधारित सिंचाई परियोजनाओं से 7 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। कूल नदी पर निर्माणाधीन रामगढ़ बैराज की उपयोगी भराव क्षमता 30 एमसीएम है। जिससे क्षेत्र को पेयजल मिलेगा। बारां जिले में केलवाड़ा, समरानियां क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए योजना में सम्मिलित करने के लिए प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। पार्वती नदी पर निर्माणाधीन महलपुर बैराज की उपयोगी भराव क्षमता 228 एमसीएम है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बारां जिले के नाहरगढ़ -बरनी-डूबराज क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए योजना में सम्मिलित करने को लेकर प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं। बारां जिले में अंधेरी मध्यम सिंचाई परियोजना का निर्माण किया जाएगा। जिससे करीब 10 हजार हेक्टेयर में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। देवरी में जिन्हा तालाब का कार्य करीब 25 करोड़ से करवाया जाएगा। नाहरगढ़, देवरी, समरानियां को एमपीकेसी से लाभांवित किए जाने के परीक्षण प्रक्रिया में हैं। बता दे कि जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने परियोजना के तहत कोटा में कालीसिंध नदी पर बने नवनेरा बैराज का लोकार्पण किया। साथ ही बारां जिले में पार्वती नदी पर बनने वाले महलपुर बैराज और कूल नदी पर बनने वाले रामगढ़ बैराज की आधारशिला रखी। बारां जिले में बनने वाले इन बांधों से बारिश के समय अधिशेष पानी को नहरों के माध्यम से कालीसिंध और चंबल नदियों में ले जाया जाएगा। जिले के शाहाबाद, किशनगंज क्षेत्र में जमीनों की सिंचाई के लिए पानी और गांवों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा डीपीआर तैयार की जा रही है।
बारां जिले के किशनगंज-शाहाबाद से विधायक डॉ. ललित मीणा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को जयपुर में एमपीकेसी (ईआरसीपी) परियोजना का लोकार्पण और शिलान्यास किया। रामगढ़ बैराज, महलपुर बैराज से बारिश का अतिरिक्त पानी नवनेरा बैराज में भेजा जाएगा। राज्य सरकार ने किशनगंज-शाहाबाद क्षेत्र का सर्वे कराने की घोषणा की है। इनसे नाहरगढ़, देवरी, समरानियां को परियोजना से जोड़ा जाएगा। किशनगंज-शाहाबाद को महत्वाकांक्षी योजना से सिंचाई, पेयजल और उद्योगों को पानी देने के लिए सर्वे होगा। किशनगंन-शाहाबाद को दोनों बैराज से पानी दिया जाएगा। जिससे क्षेत्र में खुशहाली आएगी। वहीं यह किसानों के लिए वरदान साबित होगी।