Edited By Raunak Pareek, Updated: 05 Jun, 2025 06:25 PM

“जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बन गया है। इसके लिए जनसहभागिता आवश्यक है और यह अभियान इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
अलवर - विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिले में जल संरक्षण को जन आंदोलन का रूप देने के उद्देश्य से ‘वंदे गंगा जल संरक्षण–जन अभियान’ का भव्य शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत जिला कलेक्टर अर्तिका शुक्ला, पूर्व कैबिनेट मंत्री हेम सिंह भड़ाना, जिला परिषद सीईओ, तहसीलदार टहला शरद राठिया सहित कई जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की उपस्थिति में की गई।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर अर्तिका शुक्ला ने कहा कि “जल संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता बन गया है। इसके लिए जनसहभागिता आवश्यक है और यह अभियान इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने आमजन से अपील की कि वे जल स्रोतों की स्वच्छता, वर्षा जल संग्रहण और संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाएं।
पूर्व कैबिनेट मंत्री हेम सिंह भड़ाना ने कहा कि “गंगा सिर्फ एक नदी नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। जल संरक्षण से ही हम आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।” उन्होंने इस अभियान को गांव-गांव तक ले जाकर जनजागृति फैलाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में स्कूली बच्चों, युवाओं, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उपस्थित लोगों को “जल बचाओ, जीवन बचाओ” का संकल्प दिलाया गया।
अभियान के अंतर्गत आगामी दिनों में जिलेभर में वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, वर्षा जल संचयन पर कार्यशालाएं और जनजागरूकता रैलियां आयोजित की जाएंगी।
कार्यक्रम के अंत में कलश यात्रा भी निकाली गई, जिसमें जल संरक्षण का संदेश लेकर बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। “वंदे गंगा” के जयघोष से वातावरण गूंज उठा, जिससे अभियान को एक जनभावनात्मक ऊर्जा मिली। यह अभियान जिले में जल संरक्षण को लेकर एक स्थायी बदलाव की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।