Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 19 Dec, 2024 07:14 PM
बांसवाड़ा | फर्जी एनजीओ का गठन कर जिले में बेरोजगार युवाओं से योग मित्र के रूप में नियुक्ति देने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। ठगी के शिकार युवाओं ने गुरुवार को जिला प्रमुख से मिलकर आपबीती सुनाई और दोषियों के खिलाफ...
बांसवाड़ा | फर्जी एनजीओ का गठन कर जिले में बेरोजगार युवाओं से योग मित्र के रूप में नियुक्ति देने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। ठगी के शिकार युवाओं ने गुरुवार को जिला प्रमुख से मिलकर आपबीती सुनाई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। जिला प्रमुख रेशम मालवीया से मिले युवाओं ने बताया कि योग मित्र मंडल संस्था बांसवाड़ा के नाम से एक एनजीओ ने योग मित्र वालंटियर नियुक्त करने के लिए बेरोजगारों से 10 से 20 हजार रुपए लिए। इन बेरोजगारों को स्कूल आंगनबाड़ी में नियुक्त करने और प्रतिमा 15 हजार रुपए का मानदेय दिए जाने की बात कही गई। इस फर्जी एनजीओ के झांसे में कई बेरोजगार युवा आ गए। उन्होंने एनजीओ के कथित संचालक ऑन को मांगी गई राशि दे दी।
नियुक्ति पत्र में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का नाम
इसके बाद युवाओं को नियुक्त पत्र दिए गए, जिसमें प्रतिलिपि में जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का नाम भी लिखा था। इससे युवाओं को भी भरोसा हो गया। युवाओं को पहले आंगनबाड़ी केंद्रों में भेजा गया और दो माह तक काम कराया। इसके बाद जब मानदेय नहीं मिला तो उन्होंने संचालक से संपर्क किया। इस पर उन्हें वापस दिसंबर में नियुक्ति देने का आश्वासन दिया।
जिला प्रमुख से लगाई गुहार
बेरोजगार युवाओं ने दिसंबर में दोबारा नियुक्ति नहीं मिलने पर गुरुवार को जिला मुख्यालय पर पहुंचकर जिला प्रमुख रेशम मालवीया से मिलकर अपनी आपबीती सुनाई। मामले में जिला प्रमुख ने कहा कि भोले वाले आदिवासी बेरोजगार युवाओं को फर्जी एनजीओ बनाकर ठगा गया है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक से मिलकर कानूनी कार्रवाई करवाई जाएगी।