Edited By Afjal Khan, Updated: 17 Dec, 2023 03:20 PM
प्रदेश में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पदभार ग्रहण करते ही पेपर लीक को लेकर एसआईटी टीम के गठन को लेकर निर्देश दिए थे । जिसके बाद राज्य में विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक की रोकथाम और त्वरित जांच के लिए SIT का गठन किया गया है । साथ ही संगठित अपराधों...
जयपुर, 16 दिसंबर । प्रदेश में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पदभार ग्रहण करते ही पेपर लीक को लेकर एसआईटी टीम के गठन को लेकर निर्देश दिए थे । जिसके बाद राज्य में विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक की रोकथाम और त्वरित जांच के लिए SIT का गठन किया गया है । साथ ही संगठित अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण एवं अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है।
पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा द्वारा इन दोनों कार्रवाई के लिए शनिवार को दो अलग-अलग आदेश जारी किए गए हैं। राज्य में विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक से संबंध घटनाओं की रोकथाम और इसके संबंध में दर्ज मामलों में त्वरित जांच एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए एडिशनल डीजीपी तकनीकी सेवाएं वी.के. सिंह के नेतृत्व में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है।
यह टीम पेपर लीक के संबंध में दर्ज प्रकरणों में त्वरित जांच कर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी और अपराधियों द्वारा निर्मित संपत्ति की जप्ती एवं कुर्की की कार्रवाई भी किया जाना सुनिश्चित करेगी। इस इन्वेस्टिगेशन टीम में एक एडीजी, एक-एक आईजी/डीआईजी/एसपी, चार एडिशनल एसपी, आठ डीएसपी, 10 इंस्पेक्टर/ एसआई, 10 एएसआई/ हेड कांस्टेबल एवं 15 कांस्टेबल और कांस्टेबल कंप्यूटर ऑपरेटर सहित कुल 50 पुलिस अधिकारी होंगे।
डीजीपी उमेश मिश्रा ने बताया कि इसी प्रकार राज्य में संगठित अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने के लिए राज्य स्तर पर एक विशेष कार्य दल एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन एडिशनल डीजीपी क्राइम दिनेश एमएन के नेतृत्व में किया गया है। यह दल मानवीय व तकनीकी आसूचना संकलन कर संगठित अपराध करने वाली गैंग्स की पहचान करेगा और उनका डाटाबेस तैयार कर प्रभावी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने के साथ विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन प्रकरणों की प्रभावी मॉनिटरिंग कर गैंगस्टर को सख्त सजा दिलवाने का कार्य करेगा। साथ ही केंद्रीय व राज्य स्तरीय एजेंसी के साथ समन्वय कर संगठित अपराधों पर नियंत्रण रखा जाना सुनिश्चित करेगा। वहीं डीजीपी ने बताया कि इस इन्वेस्टिगेशन टीम में एक एडीजी, एक-एक आईजी/ डीआईजी/एसपी, दो एडिशनल एसपी, चार डीएसपी, चार इंस्पेक्टर, 12 एसआई व एएसआई , 40 हेड कांस्टेबल/ कांस्टेबल एवं कांस्टेबल कंप्यूटर ऑपरेटर कुल 65 पुलिस अधिकारी नियोजित किए गए हैं ।