Edited By Chandra Prakash, Updated: 14 Aug, 2024 06:12 PM
वन विभाग और पुलिस को लीलसर के शेरपुरा गांव में हुए 8 वन्यजीव चिंकारा शिकार प्रकरण को लेकर बड़ी सफलता हासिल की है । वन विभाग और पुलिस की टीम ने बड़ी कार्रवाई कर मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है । पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस इलाके के...
बाड़मेर, 14 अगस्त 2024 । वन विभाग और पुलिस को लीलसर के शेरपुरा गांव में हुए 8 वन्यजीव चिंकारा शिकार प्रकरण को लेकर बड़ी सफलता हासिल की है । वन विभाग और पुलिस की टीम ने बड़ी कार्रवाई कर मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है । पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस इलाके के आसपास अलग-अलग गैंग बनाकर शिकारी चिंकारा का शिकार करते हैं और चिंकारा के मांस को 200 से 300 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बेच देते हैं । पुलिस को बताया कि ये गैंग लंबे समय से अलग-अलग स्थानों पर शिकार कर रही थी । इनमें से अधिकतर शिकारी आईदान राम निवासी मांगता, धोरीमन्ना को मांस सप्लाई करते थे, जिसे आईदान राम अलग-अलग जगहों पर बेचकर मुनाफा कमाता था।
बता दें कि 11 अगस्त की रात को भी एक शिकारी गैंग ने लीलसर के शेरपुरा गांव में चिंकारा शिकार की घटना को अंजाम दिया, किन्तु किसी कारण से शिकारी गैंग चिंकारों को ले जाने में कामयाब नहीं हो सकी । जिसके बाद 12 अगस्त को स्थानीय ग्रामीणों को मौका स्थल पर 8 मृत चिंकारों के शव एक साथ मिले, जिसके बाद ग्रामीणों ने शिकार की संभावना को देखते हुए वन विभाग और पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद पुलिस और बाड़मेर वन विभाग की टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया और शिकार प्रकरण की जांच वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत प्रारंभ की।
प्रकरण में कुछ संदिग्ध शिकारियों के नाम सामने आने पर पुलिस और वन विभाग ने अलग-अलग टीमें बनाकर शिकारियों के संभावित ठिकानों पर दबिश देकर 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया। हालांकि उक्त सभी 6 आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उक्त सभी 6 शिकारी मुल्जिमों को मंगलवार को बाड़मेर कोर्ट में पेश किया गया । जिसके बाद न्यायालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुल्जिमों को 4 दिन की रिमांड पर भेज दिया है ।
ऐसे में प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग एवं पुलिस विभाग की विभिन्न टीमें अन्य शिकारियों की गिरफ्तारी हेतु जगह-जगह लगातार दबिश दे रही है। इसके अतिरिक्त अलग-अलग जगहों पर दबिश देकर उड़ासर, मांगता आदि आसपास के गांवों से शिकार में प्रयुक्त होने वाले हथियार भी जब्त किए हैं और शीघ्र ही मामले में कई और खुलासे होने की पूरी-पूरी संभावना है ।
इस प्रकरण में बाड़मेर उप वन संरक्षक सविता दहिया और पुलिस की ओर से बाड़मेर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस के नेतृत्व में पुलिस उप अधीक्षक, बाड़मेर, पुलिस उप अधीक्षक, चौहटन और एस.एस.ओ. गुड़ामालानी, क्षेत्रीय वन अधिकारी, बाड़मेर, क्षेत्रीय वन अधिकारी, वन सुरक्षा, बाड़मेर, क्षेत्रीय वन अधिकारी, धोरीमन्ना तथा पुलिस अधिकारियों एवं वन विभाग टीम का सहयोग से कार्रवाई को अंजाम दिया गया ।