खाटूश्याम मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर रोक, खाटूश्याम मंदिर के इस दिन रहेंगे पट बंद !

Edited By Chandra Prakash, Updated: 06 Oct, 2024 06:30 PM

entry of devotees banned in khatushyam temple

प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध मंदिर सीकर जिले के खाटू स्थित बाबा श्याम मंदिर में 9 अक्टूबर को भक्तों का प्रवेश निषेध रहेगा । ऐसे में श्याम भक्तों के लिए ये खबर बड़ी ही निराशाजनक होगी । वही अब श्याम भक्त 9 अक्टूबर यानी बुधवार को मंदिर में नहीं जा सकेंगे और...

 

सीकर, 6 अक्टूबर 2024 । प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध मंदिर सीकर जिले के खाटू स्थित बाबा श्याम मंदिर में 9 अक्टूबर को भक्तों का प्रवेश निषेध रहेगा । ऐसे में श्याम भक्तों के लिए ये खबर बड़ी ही निराशाजनक होगी । वही अब श्याम भक्त 9 अक्टूबर यानी बुधवार को मंदिर में नहीं जा सकेंगे और अपने बाबा का दीदार नहीं कर सकेंगे । ये फैसला श्रीश्याम मंदिर कमेटी की ओर से लिया गया है, लेकिन ऐसा फैसला मंदिर कमेटी ने क्यों लिया ? 

 

तो चलते है बाबा श्याम का दरबार क्यों बंद किया जा रहा है ? और अब श्याम मंदिर के पट कब खोले जाएंगे ? ये जानने के लिए खबर पर बने रहिए हमारे साथ...। 

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    तो आपको बता दें कि सीकर का प्रसिद्ध श्रीखाटूश्याम मंदिर श्याम भक्तों के लिए 9 अक्टूबर 2024 को बंद रहेगा । श्रीश्याम मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह ने श्याम भक्तों से अपील करते हुए कहा है कि बाबा श्याम की विशेष सेवा पूजा, तिलक और श्रृंगार होंगे । इसकी वजह से श्रीश्याम प्रभु के दर्शन 8 अक्टूबर 2024 को रात्रि 10 बजे से 9 अक्टूबर 2024 को शाम 5 बजे तक मंदिर के पट आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे ।  

     

    ऐसे में श्याम मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह ने श्रद्धालुओं से व्यवस्थाओं में सहयोग करने की अपील की, उन्होंने बताया कि बाबा श्याम का हर अमावस्या के बाद विशेष श्रृंगार किया जाता है । लिहाजा, श्रद्धालुओं के लिए बाबा श्याम के मंदिर के पट बंद रहते हैं । अमावस्या के दिन सुबह की आरती के बाद बाबा श्याम का रंग बदल जाता है । श्रद्धालुओं को पूर्ण शालिग्राम के रूप में दर्शन देते हैं, बाबा श्याम भक्तों को महीने में दो रूप में दर्शन देते हैं । कृष्ण पक्ष में श्याम वर्ण यानी पीले रंग में और शुक्ल पक्ष में पूर्ण शालिग्राम यानी काले रंग के रूप में नजर आते हैं । .बाबा श्याम महीने में 23 दिन श्याम वर्ण यानी पीले रंग में रहते हैं । इसके बाद अमावस्या के दिन विभिन्न प्रकार के दिनों से बाबा का अभिषेक किया जाता है । इससे प्रतिमा अपने मूल रूप यानी शालिग्राम (काला रंग) में नजर आने लगती है, इस तरह से शुक्ल पक्ष के सात दिन बाबा श्याम इसी रूप में रहते हैं । बाबा श्याम के श्रृंगार से यह रूप बदलता है । 

     

    आपको बता दें कि बाबा खाटूश्याम की 5 बार आरती होती है । मंगला आरती सुबह 5:30 बजे, श्रृंगार आरती सुबह 8 बजे, भोग आरती दोपहर: 12:30 बजे, संध्या आरती शाम 6:30 बजे और शयन आरती रात्रि 9 बजे होती है । 
     

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