Edited By Kuldeep Kundara, Updated: 15 Jan, 2025 07:36 PM
कोटा-बूंदी अन्नदाताओं की धरती है, हमारे किसान समृद्ध होंगे तो यह क्षेत्र भी प्रगति की नई ऊंचाइयां छूएगा। हर गांव में बेहतर शिक्षा ,स्वास्थ्य सुविधाएं, हर खेत तक पानी और हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लक्ष्य को लेकर हम तेजी से काम कर रहे हैं।...
कोटा। कोटा-बूंदी अन्नदाताओं की धरती है, हमारे किसान समृद्ध होंगे तो यह क्षेत्र भी प्रगति की नई ऊंचाइयां छूएगा। हर गांव में बेहतर शिक्षा ,स्वास्थ्य सुविधाएं, हर खेत तक पानी और हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लक्ष्य को लेकर हम तेजी से काम कर रहे हैं। कोटा-बून्दी की जनता का आशीर्वाद मेरे लिए प्रेरणा है। आम जनमानस के जीवन में सामाजिक और आर्थिक बदलाव आए, इसके लिए मिलकर काम करेंगे। सभी विकास कार्य समयबद्ध रूप से पूरे होंगे ताकि क्षेत्र की बुनियादी आवश्यकताएं भी पूरी हो और लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो सके। बुधवार को इटावा-सुल्तानपुर पंचायत समिति क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्पीकर बिरला ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि बीते 5 वर्षों में ग्रामीण रोड कनेक्टिविटी में तेजी से सुधार हुआ है। कई प्रमुख सड़कों का निर्माण जारी है, कई काम जल्द शुरू होने है। इटावा- सुल्तानपुर क्षेत्र के सभी गांवों को सड़कों से जोड़ेगे। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के काम भी जल्द पूरा होगा, ताकि खिलाड़ियों को बेहतर खेल सुविधाएं मिल सके। डिजिटल लाइब्रेरी और आधुनिक विद्यालयों के माध्यम से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष प्रबन्ध किए जाएंगे।
अब कोटा नहीं जाना होगा
बिरला ने कहा कि इटावा-खातौली क्षेत्र की जिला मुख्यालय से दूरी अधिक है। यहां के नागरिकों को उपचार के लिए 100 किमी दूर जाना पड़ता था। इटवा में उप जिला चिकित्सालय स्वीकृत हो गया है, जल्द ही इसका निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू होगा, इसके साथ ही ट्रोमा अस्पताल का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आज 6 उप स्वास्थ्य केंद्रों का शिलान्यास हुआ है। उन्होंने कहा कि इटावा बायपास का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा, मंडी तक किसानों की पहुंच सुगम होगी और क्षेत्र की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
वरदान बनेगा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
बिरला ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे क्षेत्र के किसानों के लिए वरदान साबित होगा। इकॉनोमिक कोरिडोर बनने से किसान के लिए देश की बड़ी मंडियों के द्वार खुल जाएंगे। बिरला ने किसानों से आग्रह किया कि वे आधुनिक खेती की ओर रुख करें और पारंपरिक खेती के साथ-साथ फलदार पौधों का भी रोपण करें। इससे न केवल उनकी खेती में विविधता आएगी, बल्कि उन्हें अतिरिक्त आय भी प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने यह भी कहा कि कोटा और बूंदी क्षेत्र में एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री के लिए अपार संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों में कृषि आधारित उद्योगों के विकास से किसानों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
क्षेत्र की महिलाएं बनेंगी आत्मनिर्भर
बिरला ने कहा कि कोटा-बूंदी क्षेत्र में हमने गर्भस्थ शिशु और मातृ स्वास्थ्य की रक्षा के लिए "सुपोषित मां अभियान" की शुरुआत की है। सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि हर जरूरतमंद महिला को इसका लाभ मिले। हमारी माताएं और बहनें सामर्थ्य से भरपूर हैं और हम उन्हें सशक्त बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए जल्द ही कौशल प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जाएगी, जहाँ महिलाएं विभिन्न तकनीकि और व्यावसायिक कौशल प्राप्त करेंगी। इन केंद्रों के माध्यम से महिलाओं को ऐसे प्रशिक्षण दिए जाएंगे जिससे वे घर बैठे काम अपना रोजगार कर सकें।
इन विकास कार्यों की मिली सौगात
राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के अंतर्गत सुल्तानपुर पंचायत समिति क्षेत्र के ग्राम पंचायत लाखसनीजा के ग्राम फतेहपुर खुश्क, ग्राम पंचायत निमोदा के ग्राम छीपड़दा, ग्राम पंचायत बनेठिया के ग्राम जहांगीरपुरा में और इटावा पंचायत समिति क्षेत्र के ग्राम पंचायत बालूपा, करवाड़ और ग्राम पंचायत दुर्जनपुरा के ग्राम बाड़ोली में नवीन स्वीकृत उप स्वास्थ्य केन्द्र का शिलान्यास व दोनों पंचायत समिति क्षेत्र में सीसी सड़क इन्टरलॉकिंग , सामुदायिक भवन, विद्यालयों में कक्षाएं, खेल मैदान, मुक्तिधाम, पेयजल सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़े कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास हुआ।