Edited By Chandra Prakash, Updated: 28 Sep, 2024 04:23 PM
जैसलमेर में मानसून की मूसलाधार बारिश से जहां जल भराव हो गया था । वहीं अब मच्छरों का प्रकोप बढ़ चुका है। प्रदेश में डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ रहे है तो वहीं जैसलमेर जिले में मलेरिया के मरीज सामने आ रहे हैं ।
- मलेरिया के मरीजों के मामले में जैसलमेर का तीसरा स्थान
- मलेरिया के 132 मरीज, 7 डेंगू के मरीज मिले
जैसलमेर, 28 सितंबर 2024 । जैसलमेर में मानसून की मूसलाधार बारिश से जहां जल भराव हो गया था । वहीं अब मच्छरों का प्रकोप बढ़ चुका है। प्रदेश में डेंगू के मरीज तेजी से बढ़ रहे है तो वहीं जैसलमेर जिले में मलेरिया के मरीज सामने आ रहे हैं ।
जानकारी के मुताबिक प्रदेश में बाड़मेर, उदयपुर के बाद सबसे ज्यादा मलेरिया के मरीज जैसलमेर में सामने आए हैं। सरकारी आंकड़ों में इस वर्ष जिले में अब तक कुल 132 मलेरिया मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं 7 मरीज डेंगू के भी सामने आए हैं। यह तो सिर्फ सरकारी आंकड़े है। हकीकत में स्थितियां चौंकाने वाली है। निजी अस्पतालों में भी मलेरिया व डेंगू के रोगी बढ़ रहे हैं। सरकारी रिकॉर्ड में आंकड़े छिपाने का काम बड़े स्तर पर चल रहा है। निजी अस्पतालों में प्रतिदिन 100 में से 10 से 15 मरीज मलेरिया के मिल रहे है। निजी अस्पतालों में कार्ड से मलेरिया टेस्ट किया जाता है, जिसे सरकार नहीं मानती है। वहीं सरकारी अस्पतालों में स्लाइड टेस्ट किया जाता है। जिसे सरकार पुख्ता मानती है। ऐसे में मलेरिया रोगियों का वास्तविक आंकड़ा भी सामने नहीं आता।
जवाहिर अस्पताल में इन दिनों मौसमी बीमारियों के साथ मलेरिया व डेंगू से पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं। सामान्य दिनों में जवाहिर अस्पताल की ओपीडी 1200 से 1300 के बीच रहती है, जो अब बढ़कर 1800 से 1900 के करीब पहुंच चुकी है। सुबह से ही पर्ची काउंटर, ओपीडी, जांच काउंटर व दवा वितरण काउंटर पर लंबी लंबी कतारें लग जाती है। बुजुर्ग व युवाओं के साथ बच्चे भी मलेरिया व मौसमी बीमारियों की चपेट में है।