Edited By Chandra Prakash, Updated: 12 Oct, 2024 05:40 PM
बरसाती मौसम के बाद पैदा हुए मच्छरों के प्रकोप से जिले में रोजाना 7 से 8 डेंगू रोगी सामने आ रहे हैं। मच्छरों का डंक लोगों को बीमारू कर रहा है। टाउन के राजकीय जिला चिकित्सालय में डेंगू के 7-8 मरीज इनडोर व 5-6 मरीज आउटडोर में आ रहे हैं। करीब 12 मरीज...
हनुमानगढ़, 12 अक्टूबर 2024 : बरसाती मौसम के बाद पैदा हुए मच्छरों के प्रकोप से जिले में रोजाना 7 से 8 डेंगू रोगी सामने आ रहे हैं। मच्छरों का डंक लोगों को बीमारू कर रहा है। टाउन के राजकीय जिला चिकित्सालय में डेंगू के 7-8 मरीज इनडोर व 5-6 मरीज आउटडोर में आ रहे हैं। करीब 12 मरीज जिला अस्पताल में अब भर्ती हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि मरीज ठीक होकर जा रहे हैं। अभी तक नाजुक हालत वाला कोई मरीज सामने नहीं आया। किसी को रेफर करने की अभी तक जरूरत नहीं पड़ी है। न ही डेंगू से अभी तक जिले में किसी रोगी की मौत हुई है। चिकित्सकों ने मच्छर न पनपें, इसके लिए एहतियात बरतने की सलाह दी है।
राजकीय जिला चिकित्सालय के मौसम बीमारी नोडल ऑफिसर ने बताया कि डेंगू मच्छर के काटने से होता है। डेंगू एक वायरस है। मच्छर डेंगू बीमारी को फैलाते हैं। खासकर बारिश के मौसम के बाद यह बीमारी फैलती है। बारिश के कारण पानी एकत्रित होने से उसमें मच्छर व लार्वा पनपता है। इसके लिए जरूरी है कि अपने आसपास पानी एकत्रित न होने दें। घर की छत्त पर जहां कोई सामान पड़ा है, उस जगह की समय-समय पर सफाई करते रहें।
उन्होंने बताया कि तेज बुखार आने के साथ बदन दर्द, पेट दर्द, दस्त, उल्टी डेंगू बीमारी के लक्षण हैं। इस तरह के लक्षण सामने आने पर अपने नजदीकी चिकित्सक से सलाह लें। सलाह के अनुसार घर पर भी ट्रीटमेंट हो सकता है। प्लेटलेट्स कम होने व उल्टी होने पर अस्पताल में भी भर्ती करना पड़ सकता है।
उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ जिले की बात करें तो अन्य जिलों के मुकाबले हालात ठीक हैं। उन्होंने नागरिकों को सलाह दी कि फुल आस्तीन के कपड़े पहनें। अपने आसपास सफाई रखें। घर के अंदर कोई ऐसी वस्तु न हो जहां कई दिन तक पानी इकट्ठा रहे। घर के आसपास भी पानी जमा न होने दें। बुखार होने पर तुरंत नजदीकी चिकित्सक से सलाह लें।
जिला चिकित्सालय के एमडी मेडिसिन डॉ. संदीप छिंपा ने बताया कि मौसमी बीमारियों में डेंगू और मलेरिया के केस सामने आ रहे हैं। यह दोनों बीमारियां मच्छर के काटने से होती हैं। मच्छर से बचाव के लिए पूरे कपड़े पहनकर रखें। घरों में साफ-सफाई रखें। समय-समय पर कूलर का पानी बदलते रहें। परिंडों की भी साफ-सफाई रखें। उन्होंने बताया कि बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, उल्टी, पेट दर्द डेंगू व मलेरिया के लक्षण हैं। यह लक्षण नजर आने पर अपने निकटतम चिकित्सालय में सम्पर्क करें।