Edited By Raunak Pareek, Updated: 14 Jan, 2025 04:37 PM
बेनीवाल ने दावा किया कि इन महिला मित्रों का इस भर्ती परीक्षा में सीधा जुड़ाव है और वे मंत्रियों और सचिवों को अंदर से ब्लैकमेल कर रही हैं। उनके मुताबिक, सरकार को डर है कि यदि एसआई भर्ती परीक्षा रद्द की गई, तो यह उनके लिए बदनामी का कारण बनेगा, इसीलिए...
हमेशा विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने भजनलाल सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए SI भर्ती परीक्षा रद्द न होने का कारण सरकार के दो मंत्रियों की महिला मित्रों को बताया है। बेनीवाल ने आरोप लगाया कि ये महिला मित्र इन मंत्रियों और अधिकारियों को ब्लैकमेल कर रही हैं, जिससे सरकार बदनामी के डर से परीक्षा रद्द करने से बच रही है।
भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप
बेनीवाल ने एक इंटरव्यू में बड़ा बयान देते हुए कहा,
"सरकार के दो मंत्रियों की महिला मित्र इस परीक्षा में शामिल हैं। वे मंत्रियों और सचिवों को ब्लैकमेल कर रही हैं। उन्हें डर है कि अगर परीक्षा रद्द हुई, तो उनकी पोल खुल जाएगी और इससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचेगा।"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार में बैठे लोगों के दबाव में काम कर रहे हैं। इस बयान के बाद राजस्थान की राजनीति में हड़कंप मच गया है।
SI भर्ती परीक्षा को रद्द कराना मेरी प्राथमिकता
हनुमान बेनीवाल ने दावा किया कि SI भर्ती परीक्षा को रद्द कराना उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए उनकी पार्टी, आरएलपी (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी), बड़े आंदोलन की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा,
"हम राजधानी जयपुर में सरकार को घेरेंगे और युवाओं के साथ हो रही ठगी को उजागर करेंगे। यह हमारा वादा है कि इस तरह की धोखाधड़ी दोबारा नहीं होगी।"
बेनीवाल ने 2018 SI भर्ती पर भी उठाए सवाल
बेनीवाल ने कहा कि उनके पास 2018 की SI भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के सबूत भी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उस समय भी कई अभ्यर्थी नकल के जरिए परीक्षा पास करने में सफल हुए थे। उन्होंने इन्हें उजागर करने का वादा करते हुए कहा,
"हमारे पास सभी कागजात हैं, जो यह साबित करते हैं कि 2018 में भी बड़ी गड़बड़ी हुई थी।"
सरकार नहीं करेगी SI भर्ती रद्द
SI भर्ती परीक्षा 2021 को लेकर प्रदेश में लगातार विवाद चल रहा है। हाल ही में राजस्थान हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने परीक्षा को रद्द करने से इनकार कर दिया। सरकार का कहना है कि यह मामला फिलहाल एसआईटी की जांच के तहत है और जांच पूरी होने से पहले कोई निर्णय लेना संभव नहीं है।
बेनीवाल के इस बयान के बाद विपक्ष और सत्तारूढ़ दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने भी सरकार के जवाब पर आश्चर्य जताते हुए इसे समझ से परे बताया। SI भर्ती परीक्षा को लेकर सियासत गर्म है। हनुमान बेनीवाल के इस बयान ने सरकार को घेरने का एक और मुद्दा दे दिया है। अब देखना यह होगा कि इस मुद्दे पर सरकार और विपक्ष के बीच राजनीतिक दांवपेंच किस ओर करवट लेते हैं।