Edited By Afjal Khan, Updated: 09 Oct, 2023 06:06 PM
भरतपुर के घर आश्रम भरतपुर के अन्तर्गत 1000 आवासीय क्षमता के प्रभु आवासीय सदन, प्रभु जी कौशल विकास एवं व्यवसायिक केन्द्र के निर्माण हेतु हवन कार्यक्रम आज श्री नन्द जी तोदी एवं श्रीमती शशि जी तोदी, तोदी फाउन्डेशन यूएसए के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।...
भरतपुर के घर आश्रम भरतपुर के अन्तर्गत 1000 आवासीय क्षमता के प्रभु आवासीय सदन, प्रभु जी कौशल विकास एवं व्यवसायिक केन्द्र के निर्माण हेतु हवन कार्यक्रम आज श्री नन्द जी तोदी एवं श्रीमती शशि जी तोदी, तोदी फाउन्डेशन यूएसए के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। लगभग 1.25 लाख वर्गफुट क्षेत्रफुल में निर्मित होने वाले इस आवासीय सदन का निर्माण तोदी फाउन्डेशन यूएसए के सौजन्य से कराया जाएगा। इसमें प्रभुजी के लिए उनकी बीमारी के अनुसार 12 प्रकार के होम निर्मित कराये जाऐंगे। इसके अलावा व्यस्त रखने के लिए उनको प्रशिक्षित कर विभिन्न लघु उद्योगों का उनके माध्यम से संचालन कराया जाएगा। जिससे उनके आय के साधन विकसित किये जा सकेंगे तथा वे सम्मानजनक जीवन जी सकेंगे।
इस अवसर पर संस्था द्वारा जारी बुक ‘सेवा के पथ पर -23 साल का सफर‘ का विमोचन किया गया। इस किताब में संस्था द्वारा संचालित आश्रम, आश्रमों में प्रवेशित, विदाई एवं ब्रहमलीन प्रभुजी का विवरण, आश्रम सेवासाथी, संस्था का मोनिटरिंग सिस्टम, संस्था के सेवा प्रकल्प आदि के सम्बन्ध में विवरण संकलित किया गया है। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री नन्द जी तोदी, यूएसए ने अपने उदबोधन में कहा कि मै अपना घर आश्रम से जुडकर अपने को सौभाग्यशाली मानता हूॅं। मेरा अनुभव है कि यहां वास्तविक रूप से सच्चे लोग हैं तथा सच्चाई के साथ प्रभु की सेवा कर रहे हैं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूॅं कि आपके साथ सेवाओं में इसी तरह हम सब को जोडे रखे।
संस्था संस्थापक डा. बी. एम. भारद्वाज जी ने इस अवसर पर तोदी फाउन्डेशन यूएसए के सौजन्य से निर्मित भवन के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि संस्था की जो भी जरूरत होती है हम तो ठाकुरजी को लिख देते हैं तथा ठाकुरजी उसे पूरा करने के लिए अपने बन्दों को भेज देते हैं। इस भवन के लिए भी हमने ठाकुरजी को लिख दिया था, तथा ठाकुरजी ने तोदी जी को भेज दिया अतः हमारे लिए तो तोदी जी वास्तव में ठाकुरजी के दूत हैं।
संस्था संरक्षक श्री वीरपाल सिंह ने इस अवसर विमोचन की गयी बुक ‘सेवा के पथ पर -23 साल का सफर‘ के सम्बन्ध में जानकारी दी। आभार आश्रम अध्यक्ष सुश्री बबीता गुलाटी ने प्रकट किया। इस अवसर पर संस्था पदाधिकारी एवं सेवासाथी भी उपस्थित रहे।