Edited By Raunak Pareek, Updated: 13 Jun, 2025 08:27 PM

वंदे गंगा – जल संरक्षण अभियान के तहत सांगानेर की 430 साल पुरानी ऐतिहासिक जूठण की बावड़ी में मान फाउंडेशन ने पौधारोपण और श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किया। यह पहल जल संरक्षण, पर्यावरण जागरूकता और धरोहर संरक्षण को एक साथ जोड़ने का अनूठा प्रयास रही, जिसमें...
राजस्थान सरकार की "वंदे गंगा – जल संरक्षण जन अभियान" के तहत 430 साल पुरानी ऐतिहासिक जूठण की बावड़ी एक बार फिर जागी। मान द वैल्यू फाउंडेशन की पहल पर यहां "पौधारोपण और श्रमदान" का आयोजन किया गया, जिसमें युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था – जल संरक्षण, धरोहरों का संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता को जन-आंदोलन में बदलना। इस अभियान में "एक पेड़ मां के नाम" संकल्प के तहत पौधारोपण भी किया गया। साथ ही, बावड़ी की साफ-सफाई, परिसर में वृक्षारोपण और लोगों के बीच जागरूकता संवाद आयोजित किए गए।
मान फाउंडेशन की संस्थापिका डॉ. मनीषा सिंह ने बताया कि यह सिर्फ एक सफाई या पौधारोपण कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह सांस्कृतिक चेतना और सामाजिक जिम्मेदारी को पुनः जागृत करने की एक प्रेरणादायक पहल थी। “हमारी धरोहर, हमारी जिम्मेदारी” के भाव के साथ फाउंडेशन आने वाले समय में और भी ऐसे आयोजन करेगा।
इस कार्यक्रम में प्रशासन और समाज का जुड़ाव उल्लेखनीय रहा। एसडीएम रवि गोयल (RAS), भाजपा प्रदेश मीडिया संयोजक प्रमोद वशिष्ठ, सांगानेर मंडल अध्यक्ष सुनील शर्मा, पार्षद गिर्राज शर्मा सहित कई गणमान्य जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष बना दिया।
नगर निगम का भी पूर्ण सहयोग रहा। कार्यक्रम में मान फाउंडेशन की टीम – सिद्धि रांका, कुसुम ललवानी, वंशिका सिंह, भावना मिश्रा, राजीव राय, छवि अग्रवाल, वैदेही, नवीन – ने भी श्रमदान कर योगदान दिया। यह पहल न केवल बावड़ी जैसे ऐतिहासिक स्थल को सहेजने की कोशिश है, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए जल और प्रकृति के प्रति जागरूकता फैलाने की दिशा में एक सशक्त कदम भी है।