Edited By Raunak Pareek, Updated: 15 Dec, 2024 04:53 PM
उन्होंने कहा, “हम सड़कों और एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाने के अपने संकल्प पर काम कर रहे हैं। इससे श्रद्धालुओं को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।”
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को डीग में पूंछरी का लौठा एवं गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना का शिलान्यास किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बंशीवाले गिरिराज जी महाराज के आशीर्वाद से राजस्थान को समृद्धि और विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना पावन धाम की आध्यात्मिक खूबसूरती में इजाफा करने के साथ श्रद्धालुओं को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगी।
आध्यात्मिक और बुनियादी ढांचे का समन्वय
सीएम शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार तीर्थ स्थलों के विकास के साथ-साथ प्रदेश में तेजी से बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रही है। उन्होंने कहा, “हम सड़कों और एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाने के अपने संकल्प पर काम कर रहे हैं। इससे श्रद्धालुओं को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।” मुख्यमंत्री ने जनता के आशीर्वाद से राज्य में सभी आध्यात्मिक विकास परियोजनाओं को पूरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
परिक्रमा पथ का विकास चार जोन में
मुख्यमंत्री ने बताया कि गिरिराज जी परिक्रमा पथ को चार जोन में विभाजित कर विकसित किया जाएगा। पहले जोन का शिलान्यास हो चुका है, जिसमें श्रीनाथ जी मंदिर, पूंछरी का लौठा, दाऊजी का मंदिर, गंगा मंदिर, नरसिंह जी मंदिर, मुखारबिंद, अप्सरा कुंड और नवल कुंड का विकास शामिल है। इसके अलावा, फाउंटेन, राधा वाटिका, बोटेनिकल गार्डन, लोटस पॉंड और विष्णु अवतार गार्डन भी इस क्षेत्र में विकसित किए जाएंगे।
दूसरे जोन में भव्य प्रवेश द्वार, मार्ग का सौंदर्यीकरण, रोशनी, विश्राम मंडप, पेयजल सुविधाएं, फूड जॉइंट और भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी मूर्तियों और गैलरियों का निर्माण होगा। तीसरे जोन में एंट्री प्लाजा, ग्रीन कैनाल वाटरफ्रंट, पार्किंग, गोठ स्थल, भजन एवं कीर्तन स्थल, गिरिराज जी म्यूजियम और सांस्कृतिक केंद्र बनाए जाएंगे। चौथे जोन में 250 फुट ऊंची मूर्ति, आश्रम गांव, मेडिटेशन हॉल और राजस्थानी हैंडीक्राफ्ट बाजार का विकास किया जाएगा।
राज्य और केंद्र सरकार की सांस्कृतिक पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूंछरी का लौठा एवं गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना सांस्कृतिक जागरण का प्रतीक है। उन्होंने अयोध्या और काशी विश्वनाथ के विकास कार्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने श्रद्धालुओं की आस्था को भव्यता प्रदान की है। इसी तर्ज पर खाटूश्यामजी और अन्य धार्मिक स्थलों के विकास के लिए राज्य सरकार भी प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में 600 मंदिरों में विशेष साज-सज्जा और आरती के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। 300 करोड़ रुपये की लागत से 20 प्रमुख धार्मिक स्थलों का विकास किया जा रहा है।
गिरिराज जी के प्रति श्रद्धा और विकास का संकल्प
मुख्यमंत्री ने पूंछरी का लौठा मंदिर और श्रीनाथ जी मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने गौ सेवा करते हुए कहा कि गिरिराज जी की परिक्रमा देश-विदेश के श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक अनुभव है। मुख्यमंत्री ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में आयोजित रक्तदान शिविर का भी अवलोकन किया।
वेदांता समूह का सहयोग
वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने परियोजना में 100 करोड़ रुपये के सहयोग की घोषणा की। उन्होंने मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए कहा कि गिरिराज जी के आशीर्वाद से यह क्षेत्र भव्य रूप से विकसित होगा। इस कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, राज्य धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत, विधायक डॉ. शैलेष सिंह, बहादुर सिंह कोली, नौक्षम चौधरी, डॉ. ऋतु बनावत, और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बड़ी संख्या में आमजन ने भी इस आयोजन में भाग लिया।