Edited By Afjal Khan, Updated: 16 Nov, 2023 03:59 PM
अलसुबह का वक्त और अलसाता शहर...विस्तार पा रहे जयपुर और चौमूं की दूरी अब शहरों की नहीं बल्कि बस्तियों की दूरी सी लगती है। मगर फ़र्क ज़मीन-आसमान का है। जयपुर से चौमूं की राह में चलते हुए आसमान छूती अट्टालिकाएं तो बहुत बन गई लेकिन उनके नीचे की ज़मीन का...
चौमूं / जयपुर (विशाल सूर्यकांत) । अलसुबह का वक्त और अलसाता शहर...विस्तार पा रहे जयपुर और चौमूं की दूरी अब शहरों की नहीं बल्कि बस्तियों की दूरी सी लगती है। मगर फ़र्क ज़मीन-आसमान का है। जयपुर से चौमूं की राह में चलते हुए आसमान छूती अट्टालिकाएं तो बहुत बन गई लेकिन उनके नीचे की ज़मीन का गला सूखने लगा है। क़रीब 50 लाख की आबादी वाले जयपुर की ज़रूरत पूरी करते-करते मानों चौंमू अब थकने लगा है। पीढ़ियों से लोग फल-सब्जी के कारोबार में लगे हैं, मगर नई पीढ़ी दूसरा रास्ता देख रही है क्योंकि अब वो बात नहीं रही। चौमूं के लोगों को इस बात की भी उम्मीद है कि जल्द जयपुर मेट्रो से चौमूं की कनेक्टिविटी का प्रोजेक्ट शुरु होगा।
चौमूं क्षेत्र की राजनीति की बात करें तो दो प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस हैं। पिछले 30 वर्षों से, कांग्रेस के भगवान सहाय और भाजपा के विधायक रामलाल शर्मा ने इस क्षेत्र से चुनाव लड़ते आ रहे हैं। भाजपा के रामलाल शर्मा ने तीन बार विधायक पद प्राप्त किया है, जबकि कांग्रेस के भगवान सहाय इस सीट से दो दो बार चुनाव जीते हैं।
ये है चौमूं के मतदाताओं का गणित
चौमूं में कुल 2 लाख 50 हजार 966 मतदाता हैं, जिनमें 1 लाख 29 852 पुरुष और 1 लाख 21 हजार 114 महिला वोटर्स हैं। 2018 के चुनाव परिणामों में रामलाल शर्मा को यहां से 69,563 वोट मिले थे। वहीं भगवान सहाय शर्मा को 68,236 वोट मिले थे। वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के छुट्टनलाल यादव को 38,865 वोट मिले थे। इस विधानसभा सीट पर हार-जीत का अंतर 0.7 फीसदी रहा। पिछले 20 साल से बीजेपी के रामलाल शर्मा और कांग्रेस के भगवान सहाय सैनी के बीच सियासी जंग चलती रही है, लेकिन हर बार, यहां वोट प्रतिशत में बदलाव हो जाता है। चौमूं विधानसभा सीट पर ब्राम्हण,यादव और जाट वोटर्स की संख्या ज्यादा है। कांग्रेस ने चौमूं से इस बार डॉ. शिखा बराला को उम्मीदवार बनाया है। खास बात यह भी हैं कि चौमूं विधानसभा सीट पर पहली बार किसी बड़ी पार्टी ने महिला को प्रत्याशी बनाया है।
नेताओं के दावे और वादे
भाजपा प्रत्याशी - रामलाल शर्मा
20 साल से जुड़ाव, पेपर लीक, कर्जमाफी, पेयजल समस्या समाधान और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाएंगे।
कांग्रेस प्रत्याशी - डॉ.शिखा मिल बराला
पहली महिला प्रत्याशी, गहलोत की गारंटियां, नए जातिगत समीकरण
आरएलपी प्रत्याशी - छुट्टनलाल यादव
चौमूं में पिछले चुनावों में 38 हजार से ज्यादा वोट, यादव-जाट वोटों का समीकरण