Edited By Sourabh Dubey, Updated: 28 Jul, 2025 02:01 PM

तपस्वी स्वामी अजय दास जी महाराज द्वारा भगवत कथा के पश्चात जल समाधि लेने की घोषणा के बाद प्रदेश में हलचल मच गई है। यह घोषणा उन्होंने 11 से 18 जुलाई 2025 तक जालोर के निकट चेतन्य धाम मंदिर में आयोजित कथा कार्यक्रम के समापन पर की थी।
जालोर। तपस्वी स्वामी अजय दास जी महाराज द्वारा भगवत कथा के पश्चात जल समाधि लेने की घोषणा के बाद प्रदेश में हलचल मच गई है। यह घोषणा उन्होंने 11 से 18 जुलाई 2025 तक जालोर के निकट चेतन्य धाम मंदिर में आयोजित कथा कार्यक्रम के समापन पर की थी।
स्वामी जी की इस घोषणा से न केवल श्रद्धालुओं में चिंता का माहौल बना, बल्कि स्थानीय प्रशासन और भाजपा संगठन भी सतर्क हो गया। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि अजय दास जी वास्तव में जल समाधि की दिशा में बढ़े या नहीं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भाजपा प्रदेश महामंत्री मदन लाल सैनी के माध्यम से 27 जुलाई को एक त्रिसदस्यीय जांच समिति का गठन किया है।
इस समिति में शामिल हैं:
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स्वामी सुमेधानंद सरस्वती (पूर्व सांसद, सीकर)
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महंत बालक नाथ (भाजपा विधायक)
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महंत प्रताप पुरी (भाजपा विधायक)
समिति को निर्देश दिए गए हैं कि वे तपस्वी अजय दास जी के संकल्प, उनकी वर्तमान स्थिति और इस घटनाक्रम से जनभावनाओं पर पड़े प्रभाव का भौतिक निरीक्षण करें और तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
भाजपा का कहना है कि यह विषय केवल धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी संवेदनशील है। पार्टी उच्च नेतृत्व समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की रणनीति तय करेगा।