Edited By Raunak Pareek, Updated: 26 Jun, 2025 07:13 PM

राजस्थान की राजनीति में बयानबाज़ी के बीच भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को हटाने की कोई साजिश नहीं चल रही है। उन्होंने कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांकने की सलाह दी और भाजपा में सत्ता व संगठन के तालमेल...
राजस्थान में कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानबाज़ी चरम पर है। इसी क्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने बुधवार को उदयपुर में प्रेस से बातचीत करते हुए स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को हटाने की कोई अंदरूनी साजिश नहीं चल रही है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार में सत्ता और संगठन के बीच बेहतरीन तालमेल है, और पार्टी एकजुट होकर काम कर रही है।
राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को उनके शिक्षा मंत्री कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि तब खुद उनकी और तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच गंभीर मतभेद थे, जो सार्वजनिक भी हुए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा में ऐसी कोई गुटबाजी नहीं है और सरकार कानून-व्यवस्था को मजबूती से लागू कर रही है।
उन्होंने अशोक गहलोत द्वारा सीएम भजनलाल के खिलाफ षड्यंत्र के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि गहलोत लोकतंत्र के हत्यारों के समर्थन में बयान दे रहे हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इसी दौरान भाजपा प्रदेश प्रभारी राधा मोहनदास अग्रवाल ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकतंत्र में जनता को अपने अधिकारों की पूर्ण स्वतंत्रता मिलनी चाहिए, चाहे सरकार किसी भी दल की हो। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा – "900 चूहे खा के बिल्ली हज को चली"।
उन्होंने 1977 की इमरजेंसी को लोकतंत्र की सबसे बड़ी हत्या बताते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने प्रेस की आजादी छीनी थी, अदालतों को कमजोर किया और हजारों लोगों को जेल में डाल दिया था। आज जब कांग्रेस लोकतंत्र की दुहाई दे रही है, तो उसे अपने अतीत पर नजर डालनी चाहिए। अग्रवाल ने नागरिकों से लोकतंत्र की रक्षा के लिए जागरूक और सजग रहने की अपील की। इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मुकेश दाधीच, राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, सांसद डॉ. मन्नालाल रावत, जिला प्रभारी बंशीलाल खटीक, शहर अध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़ और देहात अध्यक्ष पुष्कर तेली समेत कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।