Edited By Afjal Khan, Updated: 19 Nov, 2023 03:28 PM
राजस्थान दौरे के दौरान सबसे पहले राहुल गांधी बूंदी दौरे पर रहे। जहां बूंदी के देई में विशाल जनसभा को सम्बोधित किया। राहुल गांधी ने कहा कि अगली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आये तो उनसे कहना कि जाति जनगणना करवा दो। राहुल गांधी ने कहा कि राजस्थान में...
राजस्थान विधानसभा चुनाव का घमासान जारी है। 25 नवंबर को एक चरण में ही प्रदेश की 200 में से 199 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश में स्टार प्रचारकों के ताबड़तोड़ दौरे भी जारी हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रदेश दौरे पर रहे। जहां उन्होंने बूंदी और दौसा में अलग-अलग जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी और पीएम मोदी पर कई आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में वोट करने की अपील की।
बूंदी में बोले राहुल-हमें अरबपतियों का नहीं, भारत माता की जय वाला हिन्दुस्तान चाहिए
राजस्थान दौरे के दौरान सबसे पहले राहुल गांधी बूंदी दौरे पर रहे। जहां बूंदी के देई में विशाल जनसभा को सम्बोधित किया। राहुल गांधी ने कहा कि अगली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आये तो उनसे कहना कि जाति जनगणना करवा दो। राहुल गांधी ने कहा कि राजस्थान में हमारी सरकार आती है तो सबसे पहले हम यही कदम उठाते हुए जाति जनगणना कराएंगे। राहुल ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आपने भाजपा को वोट दिया तो ये सब गहलोत सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं बंद कर देंगे। बैंक खाते में 10 हजार रुपए, गैस सिलेंडर 500 रुपए सहित सभी गांरटियों को बंद कर देंगे। वहीं कांग्रेस नेता राहुल ने कहा कि पीएम मोदी कहते है कि देश में कोई जाति नहीं है, सिर्फ एक ही जाति है गरीब। जब चुनाव जीतने की बात आई तो आपने खुद को ओबीसी बता दिया। वहीं राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने 14 लाख करोड़ रुपए का कर्जा माफ़ किया है, लेकिन हिन्दुस्तान के गरिबों का नहीं बल्कि 20-25 अरबपतियों का। इसमें न आदिवासी, ना दलित और न ओबीसी, यहां तक की हिन्दुस्तान की 80 प्रतिशत आबादी में से कोई भी नहीं हैं। ये कर्जमाफी का पैसा आपकी जेब से आया। आप जो जीएसटी भरते हो उससे आया। राजस्थान सरकार के पास जो जीएसटी का पैसा आता है, उससे स्वास्थ्य योजना शुरू कर दी। जिसमें सभी नागरिकों का अस्पताल में फ्री इलाज किया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम भारत माता की जय बोलते है। उनको बड़े उद्योगपतियों की जय बोलनी चाहिए। भारत में हर गरीब और दलितों को ठगा जा रहा है। हमें अरबपतियों का हिन्दुतान नहीं चाहिये हमें भारत माता की जय वाला हिन्दुस्तान चाहिए। जिसमें आदिवासियों, दलितों और किसानों का सम्मान हो। भारतीय जनता पार्टी के लोग कहते है कि, हिंदी सीखों और अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाते है। वे आदिवासी और गरीबों के बच्चों को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते।
दौसा में गरजे राहुल गांधी, कहा-हमने जाति जनगणना की बात कही, तो उन्होंने कहा हिंदूस्तान में कोई जात नहीं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बूंदी के बाद दौसा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कई विधानसभा को साधने का प्रयास किया। राहुल गांधी ने कहा कि पहले पीएम मोदी अपने सभी भाषण में कहते थे कि, मैं ओबीसी हूँ। लेकिन जब हमने जाति जनगणना की बात कही, तो वे कहने लगे कि, हिन्दुस्तान में कोई जात ही नहीं है। सिर्फ एक ही जात है गरीब। बूंदी के बाद दौसा में भी राहुल गांधी ने कर्जा माफ करने की बात कहते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने 14 लाख करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया है, लेकिन गरीबों का नहीं बल्कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों का। उन्होंने कहा कि आपके पास इंटरनेट है। आप उसमें देखिऐ कि, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की कांग्रेस सरकार कितना काम कर रही है। उसको बीजेपी शासित राज्यों से तुलना कीजिये और अपनी समझ से अपना मत दीजिये। उन्होंने कहा कि हम जो गारंटी देते है, उसको समय पर पुरा करते हैं। कर्नाटक में जो बहनों के बैंक खातों में पैसे डाले जाने का वादा किया था, उसे सरकार बनते ही पहली बैठक में पूरा किया। राहुल गांधी ने कहा कि यहाँ भी हम आपके लिए गारंटियां लेकर आये है। जिसमें हम महालक्ष्मी योजना के तहत महिलाओं को हर माह 2500 रुपए दिए जायेंगे। गैस का सिलेंडर 500 रुपए में, किसानों को सालाना 15000 रुपए। कृषि मजदूरों को सालाना 12000 रुपए, धान पर 500 रुपए प्रति क्विंटल बोनस। गृह ज्योति में 200 यूनिट बिजली फ्री। 24 घंटे बिजली मिलेगी। घर बनाने के लिए फ्री जमीन और 5 लाख रुपए की मदद। बुजुर्गों को 4000 रुपए प्रति माह और सभी को 10 लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस। विद्यार्थियों को 5 लाख रुपए की मदद और जिले में इंटरनेशनल स्कूल। यह सभी गारंटियां हमारी सरकार बनने पर जरूर पूरी करेंगे।
जनसभाओं में बड़े नेता अपने भाषणों से वोटरों को कितना साध पाएंगे यह तो परिणाम आने के बाद ही पता चल पाएगा। बहरहाल कारण जो भी रहा हो, लेकिन भीड़ जब राष्ट्रीय नेता को सुनने आती है और भाषण में उनसे जुड़े मुद्दों को गौण कर दिया जाता है तो लोगों की दिलचस्पी नहीं है। दिनभर सभा में व्यस्त रहने वाले सैंकड़ों कार्यकर्ता यदि सभा के बजाय घर-घर जाकर मतदाताओं को साधते तो कुछ वोट प्रत्याशी के पक्ष में जरूर कर पाते।