Edited By Rahul yadav, Updated: 10 Dec, 2024 04:32 PM
अलवर के राज ऋषि कॉलेज (आरआर कॉलेज) के जंगल में पिछले 10 दिनों से एक लेपर्ड को पकड़ने के प्रयास विफल हो रहे हैं। वन विभाग ने दो पिंजरे लगाए हैं, लेकिन अब तक लेपर्ड फंसने में कामयाब नहीं हुआ। चौंकाने वाली बात यह है कि सोमवार रात लेपर्ड पिंजरे में आधे...
अलवर: 10 दिन की कोशिशों के बाद भी पिंजरे में नहीं फंसा लेपर्ड, दहशत का माहौल
अलवर के राज ऋषि कॉलेज (आरआर कॉलेज) के जंगल में पिछले 10 दिनों से एक लेपर्ड को पकड़ने के प्रयास विफल हो रहे हैं। वन विभाग ने दो पिंजरे लगाए हैं, लेकिन अब तक लेपर्ड फंसने में कामयाब नहीं हुआ। चौंकाने वाली बात यह है कि सोमवार रात लेपर्ड पिंजरे में आधे तक पहुंचा, लेकिन फंसने से पहले ही वापस चला गया। पिंजरे के भीतर दो पगचिन्ह मिले हैं, जो यह दर्शाते हैं कि लेपर्ड ने अंदर घुसने का प्रयास किया था।
पिछले 10 दिनों में फेल हुए प्रयास
वनकर्मियों ने हनुमानजी मंदिर के पास और अन्य स्थानों पर पिंजरे लगाए हैं। सोमवार रात को लेपर्ड दोनों पिंजरों के पास पहुंचा। एक पिंजरे में उसने अंदर पैर रखा, लेकिन पिंजरा बंद होने से पहले ही बाहर निकल गया। इस तरह वन विभाग के अब तक के प्रयास असफल रहे हैं।
लेपर्ड को पकड़ने के लिए फिलहाल केवल चार वनकर्मी लगाए गए हैं, जो काफी कम हैं। वन विभाग ने संकेत दिया है कि कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाएगी और जंगल में तलाशी अभियान तेज किया जाएगा।
लोगों में दहशत का माहौल
लेपर्ड की गतिविधियों के कारण आरआर कॉलेज से सटी कॉलोनियों जैसे अलकापुरी, फ्रेंड्स कॉलोनी और मोतीडूंगरी में लोग दहशत में हैं। जंगल के किनारे रहने वाले दो-तीन परिवारों में डर का माहौल है।
लेपर्ड की गतिविधियां
पिछले 10 दिनों में लेपर्ड कई बार पिंजरे के पास आया है। पहले पांच दिनों तक वह केवल पिंजरे के आसपास घूमता रहा। एक बार उसने पिंजरे में प्रवेश का प्रयास किया, लेकिन पिंजरा ठीक से बंद नहीं हो पाया। सोमवार को वह दूसरी बार पिंजरे के भीतर तक गया, लेकिन बाहर निकल गया।
अगले कदम
वन विभाग अब लेपर्ड को पकड़ने के लिए अपनी रणनीति में बदलाव कर सकता है। अधिक कर्मचारी तैनात कर जंगल में गहन तलाशी अभियान चलाने की योजना बनाई जा रही है। विभाग को उम्मीद है कि लेपर्ड को जल्द ही पकड़ा जाएगा, जिससे आसपास के इलाकों में फैली दहशत कम हो सकेगी।