Edited By Chandra Prakash, Updated: 13 Jan, 2025 05:11 PM
राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा-2021 को लेकर अनियमितताओं के मामले ने सरकार के भीतर दरार को उजागर कर दिया है। कृषि मंत्री किरोड़ी ताल मीना ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए परीक्षा को रद्द करने की मांग की। उन्होंने क्या कुछ कहा...
जयपुर, 13 जनवरी 2025 । राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा-2021 को लेकर अनियमितताओं के मामले ने सरकार के भीतर दरार को उजागर कर दिया है। कृषि मंत्री किरोड़ी ताल मीना ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की नीतियों पर सवाल उठाते हुए परीक्षा को रद्द करने की मांग की। उन्होंने क्या कुछ कहा ये जानने से पहले आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर दीजिए ताकि हम आप तक राजस्थान से जुड़ी हर बड़ी खबर पहुंचा सके.....।
तो चलिए मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी ही भजनलाल सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया । मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि परीक्षा में व्यापक अनियमितताएं सामने आई हैं। एसओजी, पुलिस मुख्यालय, महाधिवक्ता और कैबिनेट कमेटी ने परीक्षा रद्द करने की सिफारिश की है। ऐसे में परीक्षा के दौरान पेपर लीक और फर्जी नियुक्तियों के आरोप गंभीर हैं। मीणा ने मुख्यमंत्री पर सवाल उठाते हुए कहा कि परीक्षा को रद्द न करने के पीछे का कारण मुख्यमंत्री से पूछा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि "अगर यह परीक्षा रद्द नहीं हुई, तो पुलिस थानों में फर्जी एसएचओ की भरमार हो जाएगी, और कानून-व्यवस्था चरमरा जाएगी।"
हालांकि सरकार का पक्ष लेते हुए राजस्थान सरकार ने राजस्थान उच्च न्यायालय को बताया कि पेपर लीक की जांच लंबित होने के कारण परीक्षा को तुरंत रद्द करना संभव नहीं है। 50 प्रशिक्षु उपनिरीक्षक और आरपीएससी के दो सदस्य सहित अब तक 150 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। वहीं सरकार ने इस मुद्दे पर निर्णय लेने के लिए छह मंत्रियों की कैबिनेट कमेटी का गठन किया। कमेटी का उद्देश्य परीक्षा की वैधता पर विचार करना और भविष्य की कार्रवाई का निर्धारण करना है।
मंत्री किरोड़ी मीना ने सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री शर्मा की नीतियों पर सवाल उठाए हैं। मीना ने पहले भी पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विरोध जताते हुए इस्तीफा दिया था, जिसे आज तक स्वीकार नहीं किया गया। बता दें कि परीक्षा के लिए 859 पद घोषित किए गए थे। इस दौरान पेपर लीक और फर्जीवाड़े के कारण परीक्षा की वैधता पर सवाल उठे।
गौरतलब है कि कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने मुख्यमंत्री से परीक्षा रद्द करने की अपील की। उनका कहना है कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए यह कदम जरूरी है। सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है, और उच्च न्यायालय की सुनवाई इस मुद्दे पर निर्णायक साबित हो सकती है। इस विवाद ने राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था और सरकार की नीतियों को कठघरे में खड़ा कर दिया है। विपक्ष और मंत्री किरोड़ी ताल मीना के विरोध से सरकार पर निर्णय लेने का दबाव बढ़ रहा है।
राजनीतिक सुर्खियों में बने रहने के लिए किरोड़ी लाल मीणा कुछ न कुछ मुद्दों को लेकर सरकार कोई सी भी हो उस पर हमेशा से ही हमलावर रहते हैं । अब देखने वाली बात ये है कि क्या भजनलाल सरकार एसआई भर्ती परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करेगी या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा ।