Edited By Chandra Prakash, Updated: 17 Aug, 2024 04:07 PM
पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर की निर्मम हत्या के बाद जहां देशभर में डॉक्टर्स विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में भारत-पाक सीमा से सटे सरहदी जिले जैसलमेर के जवाहिर चिकित्सालय के डॉक्टर भी विरोध जता रहे हैं। सीनियर डॉक्टर जहां सामूहिक अवकाश पर हैं वहीं...
जैसलमेर, 17 अगस्त 2024 । पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर की निर्मम हत्या के बाद जहां देशभर में डॉक्टर्स विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में भारत-पाक सीमा से सटे सरहदी जिले जैसलमेर के जवाहिर चिकित्सालय के डॉक्टर भी विरोध जता रहे हैं। सीनियर डॉक्टर जहां सामूहिक अवकाश पर हैं वहीं जूनियर डॉक्टर इमरजेंसी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में जिले के सबसे बड़े अस्पताल में हालात न बिगड़े । इससे पहले ही सरहद की रखवाली करने वाले बीएसएफ के डॉक्टर ने मोर्चा संभाला है।
फर्स्ट डिफेंस ऑफ लाइन कहीं जाने वाली बीएसएफ में तैनात डॉ.हेमन्त जीनगर इमरजेंसी सेवा दे रहे हैं। बीएसएफ में तैनात डॉक्टर साहब का कहना है कि जहां सरहद पर दुश्मन के हर वार का हम मुंह तोड़ जवाब देने को तैयार रहते हैं। ऐसे में कई बार युद्ध की स्थितियों में हमारे साथियों के लिए भी हमें सेवाएं देनी पड़ती है। बीएसएफ की सेवा के साथ ही आमजन की सेवा करना हमारा कर्तव्य है और उसके लिए बीएसएफ सदैव तैयार है।
आपको बता दें कि जवाहिर हॉस्पिटल की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन की तरफ से बीएसएफ सेना के चिकित्सकों को बुलाया गया है। शनिवार सुबह से ही बीएसएफ के चिकित्सक अस्पताल पहुंच चुके हैं। और ओपीडी के साथ-साथ विशेषज्ञ चिकित्सको ने अन्य मरीजों की जांच व उपचार करना शुरू कर दिया है। बीएसएफ डॉक्टर हर बार की तरह इस बार भी चिकित्सालय में सेवाएं दे रहे है और जिलेवासियों को राहत पहुंचा रहे हैं।
वहीं डॉक्टर्स की हड़ताल को देखते हुए कोई हिंसात्मक घटना नहीं हो, इसको देखते हुए जवाहिर अस्पताल में पुलिस सुरक्षा का भी कड़ा जाब्ता नजर आ रहा है। अब पुलिस की कड़ी सुरक्षा के साथ डॉक्टर जो हैं मरीज को चेक कर रहे हैं। मरीजों की कतारें कम होती नजर नहीं आ रही है। जिस जज्बे से यह सीमा की रखवाली करते हैं, इस जज्बे के साथ ये सेना के डॉक्टर मरीज का इलाज कर रहे हैं।