Edited By Afjal Khan, Updated: 22 Jul, 2024 08:14 PM
जिला प्रशासन एवं पुलिस ने शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए समझाइश एवं सख्ती की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत नियमित अभियान चलाकर यातायात व्यवस्था को सुधारा जाएगा। पालरा-सेंदरिया क्षेत्र में एक्सीडेंट जोन खत्म करने के लिए चौराहा बना कर...
गायों के सींग पर लगेंगे रिफलेक्टर
सर्विस लेन में नहीं खड़े कर सकेंगे बसें व अन्य वाहन
नियम विरूद्ध संचालित ई-रिक्शा पर होगी कार्रवाई
शहर में ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए सख्ती करेगी यातायात पुलिस
निश्चित समय पर ही शहर में एन्ट्री कर पाएंगे भारी वाहन
इंडस्ट्रीयल एरिया में भी शुरू होंगी सिटी बसें
अजमेर, 22 जुलाई। जिला प्रशासन एवं पुलिस ने शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए समझाइश एवं सख्ती की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत नियमित अभियान चलाकर यातायात व्यवस्था को सुधारा जाएगा। पालरा-सेंदरिया क्षेत्र में एक्सीडेंट जोन खत्म करने के लिए चौराहा बना कर ट्रैफिक लाइट लगाई जाएगी। हाइवे एवं शहरी क्षेत्र की सड़कों पर लावारिस जानवरों से होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए गायों के सींग पर रिफलेक्टर एवं कॉलर लगाए जाएंगे। इसी तरह अन्य कई सुधारों पर भी काम होगा।
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सोमवार को जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र विश्नोई भी बैठक में मौजूद रहे। बैठक में निर्देश दिए गए कि यातायात एवं परिवहन विभाग संयुक्त रूप से स्कूली बच्चों को ले जाने वाली बाल-वाहिनियों में नियमों का सख्ती से पालन कराएं। उनमें रंग, परिवहन एवं अन्य सभी नियमों की पालना सुनिश्चित हो।
जिला कलेक्टर ने सोमवार को परबतपुरा बाईपास पर सड़क एवं सर्विस लेन का निरीक्षण किया। उन्होंने क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं यातायात पुलिस को निर्देशित दिए कि इस रोड कट को चौराहे के रूप में विकसित किया जाए। यहां ट्रैफिक लाइटें भी लगाई जाएं। ताकि यातायात सुगम एवं निर्बाध संचालित हो सके। उन्होंने बैठक में निर्देशित किया कि बारिश के मौसम में हाईवे पर बड़ी संख्या में गायें एकत्र हो जाती हैं। विशेषकर रात्रि में दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। ऐसी गायों के सींग व कॉलर में रिफलेक्टर लगाया जाना चाहिए। इसके लिए परिवहन व उद्योग विभाग सीएसआर के तहत अभियान चला कर यह काम करें।
उन्होंने परिवहन विभाग व अजमेर उपखण्ड अधिकारी को निर्देश दिए कि बाइपास व हाइवे पर सर्विस लाइन में रोड पर खड़ी ट्रेवल्स बसों एवं ट्रेवल एजेंसियों के केबिन को हटाएं। रोड पर किसी तरह की बाधा नहीं होनी चाहिए। इसी तरह शहरी क्षेत्र में नियम विरूद्ध चल रहे ई-रिक्शा के खिलाफ अभियान चला कर कार्रवाई की जाए। यातायात पुलिस शहर में विभिन्न स्थानों पर ट्रैफिक को सुचारू रखने के लिए नियमित गश्त एवं कार्रवाई करें।
जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिए कि भारी वाहनों के शहर में असमय प्रवेश पर सख्ती से रोक लगाई जाए। भारी वाहन निश्चित समय पर ही शहर में प्रवेश करें। उद्योग संगठनों की मांग पर जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि रीको औद्योगिक क्षेत्रों में भी सिटी बसों के रूट निर्धारित करें। यातायात पुलिस शराब पीकर वाहन चलाने व नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। शहर में बस स्टॉप निर्धारित किए गए हैं। यह तय किया जाए कि बसें इन स्टॉप्स पर ही रूकें। राजगढ़, तबीजी, मांगलियावास, मकरेड़ा एवं अन्य स्थानों पर ब्लैक स्पॉट्स पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाए।
जिला कलेक्टर ने बताया कि बारिश के मौसम में अंडर ब्रिज में पानी जाने की समस्या के समाधान के लिए रेलवे के साथ समन्वय स्थापित कर काम किया जाए। शिक्षा, चिकित्सा, परिहवन एवं यातायात विभाग स्कूलों में रोड सेफ्टी अभियान ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई करे। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर गजेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सुमन भाटी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।