Edited By Afjal Khan, Updated: 28 Dec, 2023 03:35 PM
प्रदेश में अभी तक मंत्रिमंडल के गठन को लेकर बीजेपी में सियासी दांवपेच जारी है । वहीं दूसरी तरफ मंत्रिमंडल का गठन भी नहीं हुआ कि नेताओं का अपने-अपने बंगले को लेकर अलग ही रुख देखने को मिल रहा है । ऐसे में कई वरिष्ठ नेता अपने मन मुताबिक बंगला मांग रहे...
जयपुर, 28 दिसंबर । प्रदेश में अभी तक मंत्रिमंडल के गठन को लेकर बीजेपी में सियासी दांवपेच जारी है । वहीं दूसरी तरफ मंत्रिमंडल का गठन भी नहीं हुआ कि नेताओं का अपने-अपने बंगले को लेकर अलग ही रुख देखने को मिल रहा है । ऐसे में कई वरिष्ठ नेता अपने मन मुताबिक बंगला मांग रहे है, लेकिन विधानसभा के सामने बने फ्लैट में कोई नहीं जाना चाह रहा है ।
आपको बता दे की राजस्थान में अभी तक मंत्रिमंडल तो गठित नहीं हुआ, लेकिन सिविल लाइन स्थित सरकारी बंगलों के आवंटन को लेकर आपाधाफी शुरू हो गई है । ऐसे में विधानसभा पुल के सरकारी बंगलों को लेकर भागमभाग शुरू हो गई है । वहीं वरिष्ठ नेताओं ने बंगला आवंटन को लेकर पहले ही आवेदन कर दिए हैं, हालांकि दो पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष सिविल लाइन में आमने-सामने रहेंगे । दरअसल विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी को सिविल लाइन में 48 नंबर का बंगला आवंटित हुआ । जबकि उनके पास वाला बंगला नंबर 49 को पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आमंत्रित किया जा चुका है । जानकारी के मुताबिक गहलोत को यह सरकारी बंगला पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी पहले ही आवंटित कर चुके हैं । ऐसे में अब विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के बाद दो नेताओं के और आवेदन आए, इनमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट शामिल है ।
वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने बंगला नंबर 13 को फिर से आवंटन के लिए आवेदन किया है । जबकि सचिन पायलट ने भी 11 नंबर बंगले के लिए आवेदन कर दिया है । बता दें कि पायलट अभी इसी बंगले में रह रहे हैं । उन्होंने फिर से विधानसभा चुनाव जीता है । ऐसे में बताया जा रहा है कि विधानसभा सचिवालय ने दोनों के आवेदन पर इन्हीं बंगलों के आवंटन की तैयारी भी कर ली है । अब इन बंगलों के लिए 24 दिन में आदेश जारी होने की संभावना बताई जा रही है ।
ऐसे में इन बंगलों के आवंटन के बाद गहलोत के सामने वसुंधरा राजे रहेगी यानी कि गहलोत-वसुंधरा आमने सामने होंगे जबकि वासुदेव देवनानी भी दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के पड़ोसी होंगे । बता दें कि पायलट का 11 नंबर बंगला राजभवन के पीछे ही स्थित है । वहीं डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने अपने लिए बंग्ला नंबर 47 और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने 50 नंबर के बंगले के लिए आवेदन किया है यानी कि उन्होंने 47 और 50 नंबर का बंगला मांगा है ।
हालांकि पूर्व सरकार में 47 नंबर बंगला पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना को आवंटित था, लेकिन वह चुनाव हार गए, जबकि 50 नंबर में कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी रह रहे हैं । लिहाजा विधानसभा के सामने बने बंगले में विधायक जाने से क्यों परहेज कर रहे हैं, उनके मुताबिक उनसे मिलने आने वाली जनता यहां परेशान होगी । निजी बंगले में कभी भी कोई भी आ सकता है । मगर यहां जगह कम होने की वजह से मुलाकात के लिए आने वाली आमजनता को प्रशासन से काफी परेशानी होगी । जिसको लेकर कई नेता असहज महसूस कर रहे है ।