Edited By Chandra Prakash, Updated: 23 Aug, 2024 05:07 PM
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान,झारखंड और उत्तर प्रदेश के पुलिस बलों के साथ मिलकर एक बड़े संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया है और इस ऑपरेशन में अलकायदा के आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान के भिवाड़ी से...
अलवर, 23 अगस्त 2024 । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान,झारखंड और उत्तर प्रदेश के पुलिस बलों के साथ मिलकर एक बड़े संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया है और इस ऑपरेशन में अलकायदा के आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है । दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजस्थान के भिवाड़ी से भिवाड़ी पुलिस के साथ मिलकर चौपानकी थाना क्षेत्र के सारेकला गांव के जंगलों से संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है ।
बता दें कि इस मॉड्यूल का मुख्य संचालक रांची का डॉ.इश्तियाक था, जो देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बना रहा था । पुलिस के मुताबिक मॉड्यूल के कई संदिग्ध आतंकियों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई थी । हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के आरोप में राजस्थान के भिवाड़ी से छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि झारखंड और उत्तर प्रदेश से कुल आठ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है । फिलहाल पूछताछ जारी है । हालांकि कुछ और गिरफ्तारियां होने की संभावना है ।
वहीं तलाशी के दौरान विभिन्न जगहों से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए । ऑपरेशन में 15 स्थानों पर छापेमार कार्रवाई की गई है, जिसमें मुख्य रूप से राजस्थान, रांची और अलीगढ़ शामिल हैं। इस बड़ी कार्रवाई से न सिर्फ एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है, बल्कि इस संबंध में कार्रवाई जारी है और उम्मीद है, कि जल्द ही इस मॉड्यूल से जुड़े और भी आतंकी बेनकाब होंगे। लेकिन इस बीच एक बड़ा सवाल यह है कि अलकायदा ने ट्रेनिंग के लिए भिवाड़ी के जंगलों को ही क्यों चुना?
दरअसल, चौपानकी थाना क्षेत्र का सारेकला गांव राजस्थान सीमा का आखिरी गांव है। यहां से आगे हरियाणा की सीमा शुरू हो जाती है। इस गांव के आसपास दुर्गम जंगल और पहाड़ी इलाका है। यहां बाहर से आने वाले लोगों और सुरक्षा बलों की आवाजाही नहीं होती। इसे देखते हुए अलकायदा के आतंकी मॉड्यूल ने आतंकियों को हथियार और गोला-बारूद चलाने के लिए ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर इसे चुना। इससे पहले भी यहां से बर्फ चोरी और गोकशी के मामले सामने आ चुके हैं। राजस्थान-हरियाणा सीमा का फायदा उठाकर अपराधी भाग निकलते,लेकिन आतंकी गतिविधि की सूचना मिलने पर दिल्ली एटीएस और राजस्थान पुलिस ने गुप्त ऑपरेशन चलाकर छह आतंकियों को हथियारों के भारी जखीरे के साथ पकड़ लिया। भिवाड़ी में यह आतंकी खेल लंबे समय से चल रहा था, लेकिन स्थानीय पुलिस एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की कार्रवाई के बाद अब राजस्थान पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।