Edited By Afjal Khan, Updated: 21 Jul, 2024 06:25 PM
प्रदेश के कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने पुलिस भर्ती में ऊपरी सीमा में 5 वर्ष की छूट को कायम रखने की बात कही है । गौरतलाब है कि एक समाचार पत्र में पुलिस भर्ती पर ऊपरी सीमा को खत्म करने की खबर छपी थी, इसको लेकर कानून मंत्री ने फिर से पुष्टि की है ।...
जोधपुर, 21 जुलाई 2021 । प्रदेश के कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने पुलिस भर्ती में ऊपरी सीमा में 5 वर्ष की छूट को कायम रखने की बात कही है । गौरतलाब है कि एक समाचार पत्र में पुलिस भर्ती पर ऊपरी सीमा को खत्म करने की खबर छपी थी, इसको लेकर कानून मंत्री ने फिर से पुष्टि की है । कानून मंत्री ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि एक समाचार पत्र द्वारा कहा गया है कि पुलिस नियम में पुलिस अधिकारियों के ऊपरी सीमा में 5 वर्ष की जो छूट है, उसको समाप्त कर दिया गया है । सर्वप्रथम जब 1996 में हमारे नियम बनाए गए, उस समय पुलिस भर्ती में अधिकारियों के ऊपरी सीमा में 2 वर्ष की छोड़ दी गई थी । सन् 2000 में इसे दो वर्ष से बढ़ाकर 5 वर्ष कर दिया गया था और अब 2024 में फिर से बढ़ाकर 5 वर्ष किया गया और जब इस बार 5 वर्ष किया गया तो पिछले 5 वर्ष को भूलवश डिलीट करना रह गया था। इसलिए जो नियम संशोधित किया है एक ही नियम के दो बार अंकित हो जाने से एक नियम को डिलीट किया गया है । पुलिस भर्ती में ऊपरी सीमा में जो 5 वर्ष की छूट पहले भी कायम थी और आज भी कायम है ।
जैसलमेर में बने रहे फर्जी आईडी कार्ड में होगी सीबीआई जांच : जोगाराम पटेल
इसके साथ ही कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि राजस्थान के पश्चिमी जिले जैसलमेर में आधार कार्ड बनाने वाले ई मित्र पर लोग फर्जी आईडी पर नाबालिग बच्चों के हाथ पैरों के अंगूठे के निशान लेकर आईडी का फर्जी तरीके से उपयोग किया जा रहा है । इस तरह के तथ्य सामने आए हैं । ऐसे में सरकार ने तुरंत संज्ञान लेते हुए इस पूरे मामले में मुकदमा दर्ज किया है, पूरे मामले की गंभीरता इससे भी समझी जा सकती है, कि यह जिला पाकिस्तान की सीमा से लगता हुआ है और इस भारत-पाकिस्तान की सीमा पर अनेक संख्या में फर्जी आधार कार्ड बनाए गए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा में इस पूरे मामले की गहनता से जांच करना आवश्यक है । इसीलिए इस पूरे मामले की जांच को सीबीआई को देना तय किया गया है । उन्होंने कहा कि नाबालिग बच्चों को मात्र 200 रुपए देकर उनके हाथों और पैरों के अंगूठे के निशान, उंगलियों और आंखों की पुतलियों के निशान के आधार पर जो फर्जी आधार कार्ड और आईडी कार्ड बनाए है, उनके ऊपर भी मुकदमा दर्ज किया गया है । इस पूरे मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है, इसके साथ तीन फरार चल रहे हैं जिन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
राजस्थान में सभी ई मित्र धारकों की होगी जांच : जोगाराम पटेल
मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि...हमने कल विधानसभा के पटल पर यह घोषणा की है, कि राजस्थान में जितने भी ई मित्र धारक है, उन सब की गहनता जांच की जाएगी। साथ ही सभी ई मित्र संचालकों के एक वर्ष के रिकॉर्ड भी जांच किए जाएंगे । रिकॉर्ड के आधार पर देखा जाएगा कि उन्होंने किन-किन लोगों के आधार कार्ड और दस्तावेज एक वर्ष में बनाए हैं। इसके साथ ही जिस स्थान पर मशीन को अलॉट किया गया है, वहां ना चला कर दूसरे स्थान पर मशीन को संचालन करने वाले ई मित्र धारकों की जांच भी की जा रही है । उन्होंने कहा कि प्रथम चरण की जांच में 14 मशीन में जांच के दायरे में आई है जो फर्जी तरह से संचालित की जा रही थी, उन्हें अब बंद कर दिया गया है। अब पूरे राजस्थान में सघन अभियान चलाकर फर्जी दस्तावेज बनाने वाले ई मित्र की पहचान की जाएगी। इसके साथ ही उन ई मित्रों को भी पाबंद किया जाएगा जो नियमों से विपरीत अधिक पैसे वसूलते हैं । जो ई मित्र संचालक दस्तावेज बताने के दौरान गलत नाम और डेट ऑफ बर्थ से दस्तावेज बनाते है, उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।