Edited By Afjal Khan, Updated: 20 Nov, 2023 01:24 PM
राजस्थान में विधानसभा चुनाव-2023 को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है । जिसको लेकर सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा करते हुए चुनावी रण में पूरी तरह से प्रचार में जुटे हुए हैं । इसी बीच हर बार की तरह अबकी बार भी प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता को...
जयपुर- राजस्थान में विधानसभा चुनाव-2023 को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है । जिसको लेकर सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा करते हुए चुनावी रण में पूरी तरह से प्रचार में जुटे हुए हैं । इसी बीच हर बार की तरह अबकी बार भी प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता को लेकर बड़ा आंकड़ा सामने आया है ।
इसके तहत इस बार चुनावी मैदान में 11 अनपढ़ प्रत्याशियों को उतारा है, जबकि वर्ष 2018 के चुनावों में 12 उम्मीदवार अनपढ़ थे । इसके अलावा अबकी बार पिछली बार की तुलना में 5वीं से ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट तक पढ़े लिखे उम्मीदवारों का आंकड़ा कम हुआ है । आपको बता दें इन चुनावों में 774 (41 फीसदी) 12वीं तक पढ़े-लिखे हैं और 916 ( 49 फीसदी) प्रत्याशी स्नातक तो वहीं 37 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक व 137 उम्मीदवार साक्षर है । इसके साथ ही पिछले चुनावों की बात करें तो पोस्ट ग्रेजुएट प्रत्याशियों की संख्या 345 थी जो अबकी बार 316 पर रह गई । वहीं पिछली बार डॉक्टरेट उपाधि वाले प्रत्याशी 33 थे जिनकी संख्या अब बढ़कर 42 हो गई है ।
183 महिला प्रत्याशी हैं चुनावी रण में, इनमें से 66 महिलाएं निर्दलीय
तो वहीं प्रदेश में महिला उम्मीदवारों की बात करें तो इस बार महिला प्रत्याशियों की संख्या में 2018 की तुलना में बढ़ोतरी देखने को मिली है । आपको बता दें कि वर्ष 2018 के चुनावों में 182 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा गया था तो वहीं इस बार महिलओं की संख्या बढ़कर 183 हो गई है । इनमें से 66 महिलाएं निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं । तो कांग्रेस ने इस बार 28 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 20 महिलाओं को चुनावों में टिकट दिया है । साथ अन्य पार्टियां बसपा ने 22 महिलाओं को चुनावी रण में भेजा है, आरएलपी और आप पार्टी से 5-5 महिला प्रत्याशी चुनाव लड़ रहीं है । इसके साथ ही 37 महिलाएं अन्य दलों से उम्मीदवार बनकर चुनावी रण में उतरी है ।
ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि इस बार किस पार्टी की झोली में महिला प्रत्याशियों की सींट जाती है । लिहाजा 25 नवंबर को मतपेटियों में प्रत्याशियों का भविष्य बंद हो जाएगा। अब 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि किसकी हार होगी और किसकी जीत ?